दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को CBI ने 17 अक्टूबर को पूछताछ के लिए बुलाया था। पूछताछ के लिए जाने से पहले मनीष सिसोदिया की पत्नी ने उन्हें टीका लगाया, उन्होंने माँ का आशीर्वाद लिया, समर्थकों को संबोधित किया और महात्मा गांधी की समाधि पर पहुंचकर उन्हें नमन किया। इसी पर भाजपा आईटी सेल के हेड अमित मालवीय ने तंज कसा है।

संजय राउत का जिक्र कर कसा तंज

अमित मालवीय ने लिखा कि मनीष सिसोदिया और संजय राउत के बीच कुछ समानताएं हैं, दोनों कैमरों के साथ बाहर आए, अपनी पत्नी और मां का अभिवादन किया। एक खुली छत वाली कार में मुट्ठी भर समर्थकों के साथ वह घर से निकले। नतीजा वही हो सकता है। राउत जेल में हैं। उन्होंने आगे लिखा कि मनीष सिसोदिया को बताओ कि उन्हें भ्रष्टाचार के मामले में पूछताछ के लिए बुलाया गया है नाकि सत्याग्रह के लिए। सोशल मीडिया पर लोग इस पर अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।

अन्य लोगों ने भी की खिंचाई

भाजपा सांसद प्रवेश साहिब सिंह ने लिखा कि अन्ना ने केजरीवाल को जेल भरो आंदोलन करने को बोला था। आज पूरी कर्मठता और निष्ठा के साथ सभी नेता उसमे लग गए है। कोई हवाला करने में, कोई दिल्ली दंगा कराने में, कोई घर में अवैध हथियार रखने में तो कोई शराब घोटाले में, एक-एक करके जेल भर रहे हैं। मनोज शर्मा ने लिखा कि कितनी शर्मनाक बात है, कुल जमा 6 मंत्री, सत्येंद्र जैन महीनों से जेल में है। मंत्री राजेन्द्र पाल गौतम को इस्तीफा देना पड़ा और शराब नीति को लेकर डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को सीबीआई ने बुलाया है और तुलना भगत सिंह से की जा रही है।

भाजपा नेता संबित पात्रा ने कहा कि आज जिस प्रकार से मनीष सिसोदिया एक खुले कार में अपने समर्थकों के साथ नारे लगाते हुए निकले हैं। ऐसा लग रहा है कि मानों कोई किला फतह कर वापस आ रहा है। ये कहना अतिशयोक्ति नहीं होगी कि ये जश्ने भ्रष्टचार है। @Prakash12Joshi यूजर ने लिखा कि दिल्ली पुलिस ने इन भ्रष्टाचारियों को रैली निकालने की अनुमति क्यों दी? पूछताछ से पहले उपमुख्यमंत्री का राजघाट जाना गजब तमासा है।

बता दें कि एक तरफ जहां मनीष सिसोदिया से पूछताछ हो रही थी, वहीं दूसरी तरफ AAP कार्यकर्ता CBI ऑफिस के बाहर प्रदर्शन कर पूछताछ का विरोध करते रहे। सभी कार्यकर्ता अपने गले में पीला गमछा डालकर मनीष सिसोदिया का समर्थन दिया और मनीष सिसोदिया, सत्येंद्र जैन और भगत सिंह के पोस्टर लेकर नारेबाजी किया।