देश से अंग्रेज चले गए लेकिन जात-पात और धर्म के नाम पर भेदभाव की सौगात दे गए। इतने साल बाद भी इस देश में सिर्फ इसलिए किसी की पिटाई हो जाती है क्योंकि वो किसी ऐसे राज्य से आता है जिसे आज भी ‘पिछड़ा’ माना जा रहा है। पश्चिम बंगाल का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जबरदस्त वायरल चल रहा है, जो देख रहा है बस बोल पड़ता है- बिहारियों का ऐसा अपमान क्यों? केंद्र में मंत्री हैं- गिरिराज सिंह, उन्होंने दो टूक कहा है- रोहिंग्या मुस्लिमों के लिए रेड कारपेट और बिहारियों के लिए?

Bihar Student Beaten: वायरल वीडियो में क्या

अब इतना गुस्सा और आक्रोश लोगों में इसलिए है क्योंकि बिहार के दो युवकों के साथ पश्चिम बंगाल में काफी खराब व्यवहार हुआ है। बेचारे दो युवक अपनी परीक्षा के लिए बंगाल आए थे, उनका सेंटर सिलिगुड़ी पड़ा था। लेकिन उन्हें कहा पता था कि यह उनके जीवन की सबसे बड़ी गलती है, बंगाल आना ही उनकी एक चूक है। वीडियो में साफ दिख रहा है, दो युवक सो रहे हैं, तभी रूम में दो लोग आते हैं, काफी गुस्से में चिल्लाते हैं। दोनों युवक जैसे ही उठते हैं, उनसे सवाल पूछा जाता है- कहां से आए हो।

अब दोनों युवक सच बताते हैं- हम बिहार से हैं, परीक्षा देने आए हैं, सिलिगुड़ी में हमारा सेंटर है। लेकिन उन दबंगों को यह जवाब अच्छा नहीं लगा, उन्होंने तो बस इतना बोला- बिहार से हो तो बंगाल में परीक्षा देने कैसे आ गए? अब उन दोनों युवकों के पास इस सवाल का कोई जवाब नहीं था, लेकिन सामने से सवालों की बौछार होती रही। फिर पूछा गया- कागज दिखाओ अपने।

टीचर ने छात्रा को रास्ते से उठाया, जबरन घर ले गया और फिर

किस बात के कागज मांग रहे थे ये लोग? क्या बिहार से बंगाल आना कोई गुनाह है? यही सवाल उन तो बिहारी युवकों के मन में भी चल रहा था, लेकिन सामने से सवाल अब धमकी में बदल चुके थे। पुलिस को सौंपने की बात होने लगी, जबरदस्ती उठक-बैठक करवाई गई। धक्का तक दिया गया, गालियां दी गईं। इतना सबकुछ होता रहा लेकिन वो युवक कुछ नहीं कर पाए- बोलते रहे- हम चले जाते हैं, आप मार लो।

आरोपी क्या पकड़े गए?

अब उन युवकों ने तो कुछ नहीं किया, लेकिन जब मामले ने तूल पकड़ा, बिहार की राजनीति में इस पर उबाल आया, बंगाल पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार करने का काम किया। आरोपी जिसे गिफ्तार किया गया है, उसकी पहचान रजत भट्टाचार्य के रूप में हुई है। वो ‘बांग्ला पक्खो’ नाम के कट्टरपंथी संगठन का सदस्य बताया गया है। अब गिरफ्तारी तो हो गई है, लेकिन मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर तीखे सवालों की बौछार हुई है।

बिहार की राजनीति में उबाल

केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा है- बंगाल में रोहिंग्या मुसलमान के लिए रेड कारपेट और परीक्षा देने गए बिहार के बच्चे के साथ मारपीट ? क्या ये बच्चे हिंदुस्तान के अंग नहीं? क्या ममता सरकार ने सिर्फ बलात्कारियों को बचाने का ठेका ले रखा है? इस पोस्ट के बाद चिराग पासवान ने भी बिहार अपमान का मुद्दा बनाया और जोर देकर बोला- पश्चिम बंगाल में बिहारी छात्रों से बर्बरतापूर्ण मारपीट की खबर बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है। वहां की मुख्यमंत्री ने फिर एक बार बिहारियों का अपमान किया है, जिसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। मैं ममता बनर्जी जी से पूछना चाहता हूं कि क्या पश्चिम बंगाल में परीक्षा देना भी गुनाह है ? क्या अब भी विपक्षी दल के नेता चुप्पी साधे रहेंगे? मैं पूछना चाहता हूं बिहार के नेता प्रतिपक्ष से कि अब आप किस हक से तृणमूल कांग्रेस का समर्थन करेंगे?