बिहार के स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खोलता एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है। इस वीडियो को देखने के बाद आपको नेताओं के बड़े-बड़े बयानों को याद करना चाहिए। मामला बिहार के जमुई का है, जहां यूरिनल बैग खत्म होने पर मरीजों को प्लास्टिक की बोतल लगा दी गई।

सोशल मीडिया यह तस्वीर वायरल हो रही है, जिससे हड़कंप मचा हुआ है। यूरिनल बैग खत्म होने पर अस्पताल के लोगों ने जुगाड़ तकनीक अपनाते हुए मरीजों को कोल्डड्रिंक की खाली बोतलें लगा दी गईं। जानकारी के अनुसार, शख्स को बेहोशी की हालत में अस्पताल लाया गया था, उसे कई दवाईयां दी जानी थीं लेकिन अस्पताल में मिली ही नहीं। अंत में वहां मौजूद स्वास्थ्यकर्मियों ने मरीज को यूरिनल बैग की जगह प्लास्टिक की बोतल लगा दी।

बताया जा रहा है कि मरीज रात भी दवाओं के बिना बेहोशी की हालत में कराहता रहा, दवाईयां नहीं मिलीं। इतना ही नहीं, अस्पताल प्रबंधक को जब फोन किया गया तो उन्होंने फोन तक नहीं उठाया। सुबह जब उन्हें अवगत कराया गया तब मरीज के उपचार की आनन-फानन में व्यवस्था हुई। पूरी रात मरीज दवाई के बिना तड़फता रहा।

सोशल मीडिया पर बिहार के अस्पताल की खस्ताहाल दिखाती यह तस्वीर खूब वायरल हो रही है और लोगों की इस पर खूब प्रतिक्रियाएं भी आ रही हैं। @aashishtiwarii ने ट्विटर पर लिखा,’ सदन में बिहार सरकार से ताल्लुक रखने वाले एक बड़े नेता प्रदेश की तरक्की की बात बता रहे थे। आज उसी तरक्की की तस्वीर सामने आ गई। यूरिनल बैग की जगह कोल्डड्रिंक की बोतल इस्तेमाल की जा रही हैं सरकारी अस्पताल में।’

एक अन्य यूजर ने बताया, ‘बिहार के जमुई सदर अस्पताल में यूरिन बैग न रहने पर मरीज को कोल्ड ड्रिंक की बोतल लगाई गई। वह डॉक्टरों की इस लापरवाही से मरीज बेड पर बेहोशी की हालत में रात भर छटपटाता रहा। बुधवार को उसकी मौत हो गई।’ नदीम ने लिखा, ‘यूरिनल बैग की जगह कोल्ड ड्रिंक की बोतल से काम चलाया जा रहा है। यूरिनल बैग के लिए अस्पताल में फंड न होने की बात कही जा रही है। शर्मनाक पहलू यह है कि एडीआर की रिपोर्ट कहती है कि बिहार के 81 प्रतिशत विधायक करोड़पति हैं।