देश की राजधानी में जब हनुमान जयंती पर दंगा हुआ तो पूरे देश से लोगों की प्रतिक्रियाएं सामने लगीं। लोग एक सुर में दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। हालांकि इस बीच राजनीति भी चरम पर है। भाजपा और आप के नेता दिल्ली दंगे पर आमने सामने हैं तो बिहार के सीएम इस पर कुछ भी बोलने से बचते नजर आ रहे हैं।
नीतीश कुमार दिल्ली में हुए दंगों पर प्रतिक्रिया दे रहे थे। इस दौरान सवाल पूछा गया कि बिहार में कोई घटना ना तो इसके लिए सरकार क्या कर रही है? इसके जवाब में नीतीश कुमार कहते हैं कि “बिहार में पूरा अलर्टनेस है, बिहार में सबसे ज्यादा जांच हो रही है, हम लोगों को जांच के लिए प्रेरित करते रहते हैं। अब स्थिति बहुत ठीक है। अलर्टनेस बहुत अधिक है और जानकारी भी है कि कोरोना दोबारा आ सकता है।”
नीतीश कुमार ने कहा कि “गर्मी बहुत पड़ रही है इस बार, कोरोना तो दूसरी चीज है लेकिन दूसरी बीमारियों का भी खतरा है। बिहार सरकार पूरी तरह सतर्क है।” अब नीतीश कुमार के इसी बयान को लेकर लोग सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। नीतीश कुमार के बयान का वीडियो शेयर करते हुए पत्रकार उत्कर्ष सिंह ने लिखा कि ‘सवाल- आम तो जवाब- इमली।’
अनुराग नाम के यूजर ने लिखा कि ‘नीतीश जी का प्रिय शब्द है, माथा फिर गया है क्या?’ अनिल सिंह नाम के यूजर ने लिखा कि ‘किसी ने भी बीच में टोका नहीं। वैसे भी, BJP की दया से इनकी जिंदगी कट रही है।’ सुधीर शर्मा नाम के यूजर ने लिखा कि ‘राजनेता बातों को घुमाते बहुत हैं और केवल वही बात का सुनते हैं जो सुनना चाहते हैं। जवाब भी अपने हिसाब से देते हैं। अब महंगाई, रोजगार, दंगा ये शब्द किसी सरकार को सुनाई नहीं देते।’
मनोज कुमार नाम के यूजर ने लिखा कि ‘माननीय मुख्यमंत्री महोदय सिर्फ वही बोलते हैं जो उन्हें पसंद है, आपके प्रश्न से उन्हें क्या मतलब?’ अक्षत मनीष सिंह नाम के यूजर ने लिखा कि ‘दो-ढाई महीने बाद बाढ़ आने वाली है, आधा बिहार फिर से बाढ़ की मार झेलेगा। कोई इनसे पूछे कि इसपर भी अलर्ट है कि नहीं?’
कुमार अनुभव नाम के यूजर ने लिखा कि ‘जब पूरा देश, मीडिया, सरकार और विपक्ष हिंदू-मुस्लिम कर रहा है तो गलती से ही सही, नीतीश बाबू स्वास्थ्य पर बात कर रहे हैं।’ दौस कुमार यादव नाम के यूजर ने लिखा कि ‘पूरे भारत में हर नेताओं की यही कहानी है।’