चावल घोटाले को लेकर विवादों में आ चुके नीतीश सरकार में कृषि मंत्री सुधाकर सिंह का एक वीडियो इस वक्त सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें वह कृषि विभाग के अधिकारियों को चोर बता रहे हैं और खुद को चोरों का सरदार कह रहे हैं। सुधाकर सिंह इसके साथ ही गठबंधन सरकार को लेकर बयान देते हैं। इस पर लोग अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। 

ये क्या बोले नीतीश कुमार के कृषि मंत्री?

सुधाकर सिंह के सभा को संबोधित करते हुए कहते हैं कि किसान सरकारी बीज खरीदता ही नहीं है और अगर खरीद भी लेता है तो खेत में लगाता नहीं है। इस तरह बीज विभाग के लोग डेढ़ दो सौ करोड़ रूपये खा जाते हैं। उन्होंने कहा कि हमारे विभाग में ऐसा कोई नहीं है जो चोरी ना करता हो। इन चोरों के हम सरदार हैं, हम सरदार ही कहलाएंगे ना? गठबंधन पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा, ये वही पुरानी सरकार है, इसके चाल चलन पुराने ही हैं।

“पुतला फूंकते रहिये ताकि लगे की लोग नाराज हैं”

सुधाकर सिंह वहां मौजूद लोगों से कहते हैं कि अगर आप लोग भी बोलते रहेंगे, पुतला फूंकते रहेंगे तो मुझे भी लगेगा कि लोग नाराज हैं वरना लगेगा कि सब कुछ ठीक चल रहा है। उन्होंने आगे कहा कि लोहिया जी ठीक कहकर गए थे कि जब संसद आवारा होगी तो जनता को सड़कों पर उतरना होगा। वीडियो में सुधाकर सिंह यह भी कह रहे हैं कि हम ही अकेले सरदार नहीं हैं, हमारे ऊपर भी कई लोग हैं। अगर कैबिनेट में अकेले बोलता हूं तो उन्हें लगता है कि ये इनकी अपनी समस्या है। इसलिए आप लोग भी बोलते रहिए। 

लोगों की प्रतिक्रियाएं

सोशल मीडिया पर सुधाकर सिंह का यह वीडियो वायरल हो रहा है और लोग इस पर अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। @dipak_raja यूजर ने लिखा कि कितनी सादगी से विभागों के भ्रष्टाचार को स्वीकार करते हैं और लोगों से आंदोलन करते रहने का आह्वान भी करते हैं। आंदोलन नहीं करेंगे तो भ्रष्टाचार रूकने वाला नहीं है, ये बात भी समझा दिया।

एक यूजर ने लिखा कि कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने तो मान लिया है कि विभाग में चोर व जाली प्रमाण पत्र वाले लोगों की भरमार है। अब देखना है कि मंत्री जी चोर एवं जालसाजों पर कार्रवाई करते हैं या यूं ही मीडिया में हाइलाइट होने के लिए ऐसी बातें करते हैं।  @journoprashant1 यूजर ने लिखा कि लगता है बिहार के कृषि मंत्री सुधाकर सिंह भावनाओं में बह गए हैं।

बता दें कि सुधाकर सिंह पर 2013 में रामगढ़ थाने में 5.32 करोड़ गबन का केस दर्ज हुआ था। यह मामला अभी न्यायालय में लंबित है। इसके बावजूद जब नीतीश कुमार ने उन्हें मंत्री बनाया तो उनकी जमकर आलोचना हुई थी। अब एक बार फिर वो वायरल हो रहे वीडियो को लेकर सुर्ख़ियों में हैं।