उत्तराखंड के पूर्व राज्यपाल व आगरा ग्रामीण विधानसभा सीट से विधायक बेबी रानी मौर्य को योगी आदित्यनाथ की कैबिनेट में शामिल किया गया है। उत्तर प्रदेश की राजनीति में दलित राजनीति का प्रमुख चेहरा मानी जाने वाली बेबी रानी मौर्य ने एक टीवी चैनल से बात करते हुए कहा कि उन्हें बीजेपी में बहुत सम्मान दिया गया है। वहीं सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य को लेकर सवाल पूछा करते हुए जवाब दिया।
दरअसल, बेबी रानी मौर्य से पूछा गया कि क्या स्वामी प्रसाद मौर्य सपा में जाकर बेकार हो गए हैं? इस पर बेबी रानी मौर्य ने कहा कि मैं स्वयं जाटव समाज से आती हूं। मुझे भारतीय जनता पार्टी ने राज्यपाल से लेकर कैबिनेट मंत्री तक बनाया है। उन्होंने आगे स्वामी प्रसाद मौर्य पर हमला करते हुए कहा कि वह अवसरवादी लोग हैं। बीजेपी में अवसर तलाशने आए थे और चले गए। उनकी आज जो हालत हुई है, उसे हर कोई देख रहा है।
योगी आदित्यनाथ की सरकार में शामिल किए जाने पर बेबी रानी मौर्य ने कहा कि इस निर्णय के लिए मैं बीजेपी के नेतृत्व को धन्यवाद देती हूं। अपने गवर्नर पद का जिक्र करते हुए बेबी रानी ने कहा कि हम अपने सेवा भाव के जरिए काम करते हैं। हमें जो सेवा करने का मौका मिला है..उसे अच्छे से निभाएंगे। कोरोना काल की बात करते हुए बेबी रानी मौर्य ने कहा कि जब वह गवर्नर थीं तो प्रवासियों के लिए सोचती थी कि इनकी सेवा करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि मुझे पार्टी ने मौका दिया है कि मैं दलित, वंचित और शोषित समाज के लिए कुछ काम कर सकूं। महिलाओं के विषय पर उन्होंने कहा कि जब मैं आगरा की मेयर थी तब से महिलाओं के लिए काम कर रही हूं। मेरे फोकस में महिला ही है क्योंकि हर जगह महिलाओं की थोड़ी कम सुनवाई होती है। उन्होंने आगे कहा कि एक तो महिलाओं को कॉन्फिडेंस कम होता है दूसरा अधिकारी भी उनको कम सुनते हैं।
जानकारी के लिए बता दें कि बेबी रानी मौर्य को महिला कल्याण, बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग की जिम्मेदारी दी गई है। गौरतलब है कि बेबी रानी मौर्य का जन्म दलित परिवार में हुआ था। अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत उन्होंने बीजेपी के साथ वर्ष 1990 में की थी। जिसके बाद 1995 में वह आगरा की पहली महिला मेयर बनी और 2000 तक इस पद पर रही। बेबी रानी मौर्य उत्तराखंड की राज्यपाल भी रहीं।
