छोटे बच्चों को संभालना हर किसी के बस की बात नहीं है। धीरे-धीरे मां बच्चों के हाव-भाव को पहचानती है और उसे चुप कराने के तरीके को समझ जाती है। हालांकि बच्चे तो बच्चे हैं, वो कहीं भी और कभी भी रोना शुरू कर देते हैं। अब रोते बच्चों को चुप कराने के लिए Baby Mute Mask भी आ गया है। हालांकि इस पर विवाद खड़ा हो गया है।
वर्क फ्रॉम होम के इस कल्चर के दौरान बच्चे के रोने से आपको मीटिंग अटैंड करने में परेशानी हुई होगी, मूवी देखने के लिए जब आप थियेटर में बैठे होंगे तो बच्चा रोया होगा.. तब आप बच्चे को चुप कराने की कोशिश की होगी या हॉल से बाहर आ गये होंगे लेकिन अब ऐसा डिवाइस आया है, जिसको लेकर दावा है कि बच्चे को पहनाने के बाद वह रोयेगा नहीं।
डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक, ‘बेबी म्यूट मास्क’ को बनाने वाली कंपनी ने इसे गेम-चेंजर बताया है, जो यात्रा, फिल्में देखने या कार में सवारी करने दौरान बच्चों को शांत रखने में मदद करती है। मास्क को बच्चे के मुंह और नाक को धीरे से ढकने के लिए डिज़ाइन किया गया है, जिसमें रोने की घटनाओं में 87 प्रतिशत की प्रभावशाली कमी का वादा किया गया है।
कंपनी द्वारा किए गए दावे उन माता-पिता के लिए कामगार साबित हो सकते हैं जो लगातार बच्चों के रोने से राहत पाने के लिए बेताब हैं, लेकिन कई लोग इसके प्रभाव और संभावित जोखिमों को लेकर चिंतित हैं। यही वजह हुई कि अब इसको लेकर विवाद खड़ा हो गया है। कुछ लोग इसका विरोध कर रहे हैं और सोशल मीडिया पर अपनी राय रखते हुए ट्वीट कर रहे हैं।
कुछ लोगों ने चिंता जाहिर की है कि इससे बच्चे की रोने की स्वाभाविक प्रवृत्ति पर असर पड़ सकता है, साथ ही उनके संवाद करने और अपनी भावनाओं को जाहिर करने की क्षमता में भी प्रभाव पड़ सकता है। आशंका तो यह भी जताई जा रही है कि इस तरह के उपकरण के अधिक् उपयोग करने से बच्चे की भावनात्मक बुद्धिमत्ता और सहानुभूति के विकास में बाधा उत्पन्न हो सकता है।
सोशल मीडिया पर तमाम लोग इसके विरोध में अपनी बातें कह रहे हैं, #ChildsVoiceMatters और #ParentingResponsibility जैसे हैशटैग ट्रेंड के जरिए लोग Baby Mute Mask का विरोध कर रहे हैं।