योगगुरु बाबा रामदेव ने एक बार फिर से आधुनिक चिकित्सा विज्ञान पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने एक कार्यक्रम के दौरान कोरोना वैक्सीनेशन कार्यक्रम पर कहा कि बूस्टर डोज लगने के बाद भी अगर किसी व्यक्ति को कोरोना होता है, तो यह मेडिकल साइंस का फेलियर है। बाबा रामदेव के बयान पर सोशल मीडिया यूजर्स तमाम तरीके की प्रतिक्रियाएं देते नजर आ रहे हैं।

जड़ी बूटियों की ओर लौट रही है दुनिया?

हरिद्वार में एक कार्यक्रम के दौरान बाबा रामदेव ने कहा कि समय के साथ दुनिया के लोग जड़ी बूटियों की ओर लौट रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि, ‘गिलोय के ऊपर ज्यादा से ज्यादा रिचार्ज करें और दवाइयां बनाए तो भारत भी विश्व की सबसे बड़ी इकोनॉमी बन सकता है।’ कोरोना टीकाकरण पर सवाल उठाते हुए बाबा रामदेव ने कहा कि आधुनिक चिकित्सा विज्ञान से शैशव काल में है। यही वजह है कि बूस्टर डोज लगने के बाद भी लोगों को कोरोना हो रहा है, लोगों को प्राकृतिक जीवन शैली को अपनाना होगा।

मेडिकल साइंस पर उठाए सवाल

बाबा रामदेव ने कहा कि मेडिकल साइंस वाले अपने आप को शहंशाह समझते हैं, ये मेडिकल साइंस का फेलियर दिखा रहा है कि दुनिया एक बार फिर से जड़ी बूटियों की ओर लौट रही है। उन्होंने कहा कि मैं किसी की आलोचना नहीं कर रहा हूं लेकिन मेडिकल साइंस अभी बच्चों वाली स्थिति में है। इसने 50 साल से दुनिया में तबाही मचा रखी है।

यूजर्स ने कसे तंज

पूर्व आईएएस सूर्य प्रताप सिंह ने अपने सोशल मीडिया हैंडल से बाबा रामदेव के वीडियो को शेयर कर लिखा कि अपनी चूरन, चटनी बेचने के चक्कर में साइंस को फेल बता रहे हैं, 35 रुपए लीटर पेट्रोल वाले बाबा। याद है कि इन्होंने इस पर एक बार माफ़ी मांगी थी। पाखंड, साइंस पर भारी है, इस गोबर गोमूत्र के युग में। समीर नाम के ट्विटर यूजर ने पूछा कि आप कब सुधरेंगे? शाह नाम के एक यूजर ने लिखा – क्या यह मेडिकल साइंस की बेज्जती नहीं है। जिस पर पूरी दुनिया यकीन करती है।

पहले भी एलोपैथी पर सवाल उठा चुके हैं बाबा रामदेव

कोरोना काल के दौरान योग गुरु बाबा रामदेव ने कहा था कि वह संक्रमण से बचने के लिए वैक्सीन नहीं लगाएंगे। योग और आयुर्वेद को सुरक्षा का डबल डोज बताते हुए उन्होंने वैक्सीन लगाने से मना कर दिया था। उन्होंने कहा था कि लोग उन्हें कोरोना संक्रमण से बचा लेगा, कितने भी वेरिएंट आएं लेकिन उनको कुछ भी नहीं होगा। हालांकि उन्होंने अपने बयान को वापस लेते हुए कोरोना वैक्सीन लगवाने की बात कही थी।