चीन के शियामेन में 9वां ब्रिक्स सम्मेलन चल रहा है। पीएम नरेंद्र मोदी ने शिखर सम्मेलन में ब्रिक्स देशों- ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका में शांति और विकास के लिए अधिक सहयोग पर जोर दिया। इस दौरान चीनी रेडियो पत्रकार तांग युआंगई हिंदी मीडिया के पत्रकारों से मिलीं। तांग युआंगई चाइना रेडियो इंटरनेशनल के हिंदी सर्विस डिपार्टमेंट में काम करती हैं। उन्होंने हिंदी में बात की और कहा कि वह भारत और यहां के लोगों (भारतीयों) से प्यार करती हैं। तांग युआंगई का हिंदी में मतलब होता है सपना। उनका कहना है कि हिंदी शिक्षार्थी के रूप मे मैंने देश की यात्रा की और कई भारतीयों से मिली।

मुझे लगता है कि भारतीय बहुत ईमानदार और अच्छे लोग हैं और यही वजह है कि मैं भारत को इतना प्यार करती हूं। यांग ने बीजिंग विश्वविद्यालय और दिल्ली विश्वविद्यालय में हिंदी की पढ़ाई की है। वह बॉलिवुड फिल्मों की फैन हैं। उनका सपना था कि आमिर खान की फिल्म दंगल चीन में भी दिखाई जाए। जब वह हिंदी पत्रकारों से चीन में मिलीं तो उन्होंने 1979 में आई नूरी फिल्म का गाना ‘आजा रे आजा रे ओ मेरे दिलबर आजा, दिल की प्यास बुझा जा रे’ गाया।

ब्रिक्स देशों के साझा बयान में कहा गया है कि हम आतंकवाद के सभी प्रारूपों की घोर निंदा करते हैं। ब्रिक्स के सदस्य देशों के साथ-साथ दुनियाभर में कहीं भी होने वाले आतंकी हमलों की भर्त्सना करते हैं। यहां यह बात गौर करने वाली है कि चीन और पाकिस्तान में सदाबहार दोस्ती है और कई मौकों पर चीन ने भारत की उन कोशिशों को झटका दिया है, जिसके तहत भारत ने संयुक्त राष्ट्र में जैश-ए-मोहम्मद के चीफ अजहर मसूद को अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित करने की मांग की है। इससे पहले पीएम नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने सम्मेलन शुरू होते ही गर्मजोशी के साथ हाथ मिलाया। जिनपिंग ने रूस, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका के नेताओं की भी अगवानी की। सम्मेलन को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने आतंकवाद को मुख्य मुद्दा बताया। उन्होंने कहा कि शांति और विकास के लिए सहयोग जरूरी है।