असम के सीएम हेमंत सरमा के बेटे ने नेशनल स्कूल ऑफ लॉ ज्वाइन किया है। रविवार को हेमंत ने एक फोटो सोशल मीडिया पर शेयर की, जिसमें सीएम, उनकी पत्नी व बेटी-बेटा लॉ कॉलेज के छात्रावास में मौजूद दिखे। सीएम ने अपने ट्विटर पर लिखा- उनके बेटे नन्दील ने इस हास्टल रूम से एक नई यात्रा शुरू की है। हमने बहुत सा आर्शिवाद देकर उन्हें स्कूल में ड्राप कर दिया है। हमारे आशीर्वाद के साथ शुरू हुआ उनका नया सफर।
नन्दील सरमा दून स्कूल के छात्र रहे हैं। वह दून के मेधावी छात्रों में शुमार रहे और स्कूल कैप्टन भी बने। हेमंत ने नन्दील के भाषण का एक वीडियो भी शेयर किया, जिसमें उनका बेटा अपनी जीवन यात्रा के बारे में बात कर रहा है। इसमें वह कहते दिखता है कि कैसे वह अपने डोरमेट्री से बाहर निकलने में भी डरता था, लेकिन एक दिन स्कूल कैप्टन तक बन गया।
हेमंत सरमा 2015 तक कांग्रेस नेता के तौर पर जाने जाते थे। लेकिन उसके बाद वह बीजेपी में शामिल हो गए। 2016 का चुनाव जीतकर वह असम के कैबिनेट मंत्री बने। बीजपी के केन्द्रीय नेतृत्व ने उन्हें 2016 में नार्थ ईस्ट डेमोक्रेटिक अलायंस (नेडा) का प्रमुख वनाया गया। सरमा ने 7 जून 2001 को रिनिकी भूया सरमा से शादी की। उनके परिवार में एक बेटा नन्दील बिस्वा सरमा और एक बेटी सुकन्या सरमा है। 2021 में बीजेपी की असम में जीत के बाद वह सीएम बने। उन्होंने 10 मई 2021 को असम के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
Nandil has started a new journey of his life from this hostel room today. We just dropped him in the law School with lots of blessings. pic.twitter.com/6pXnYydoDG
— Himanta Biswa Sarma (Modi Ka Parivar) (@himantabiswa) October 31, 2021
CM's son drops a year and works hard to get into NLSIU, India's top Law School with an AIR of 40 in CLAT. And, the CM despite his schedule does not forget the Pitrudharma & accompanies the son to settle him, just like a middle-class father would have. Himanta Da is pure gold?
— KJM (@StrategyisLove) October 31, 2021
In the end, we are all humans. This photo of @himantabiswa with family is so pure. You see the care of the father very clearly reflecting in this. https://t.co/VbszecjTKh
— Tenzin N. Bhutia (@TNangs) October 31, 2021
टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत में हेमंत ने कहा था कि वह नहीं चाहते कि उनका बेटा राजनीति में आए। वह राजनीति से जितना दूर रहे उतना ही अच्छा है। उनका कहना था कि नेता के तौर पर वह खुद जितनी चुनौती झेलते हैं, उन्हें नहीं लगता कि उनका बेटा उनसे दो-चार हो सकेगा। सरमा का कहना है कि बेटा उनके पदचिन्हो पर न चले ये उनकी दिली इच्छा है।
उधर, सोशल मीडिया पर लोगों ने सीएम के जज्बे की तारीफ की। किरन ने लिखा- सीएम ने अपने बेटे को लॉ स्कूल में ड्राप किया। अपने बिजी शेड्यूल को दरकिनार कर वह परिवार के साथ चहकते दिखे। वह अपना पितृधर्म नहीं भूले, यह बात काबिले तारीफ है। हेमंत की तरीफ में उन्होंने लिखा कि वह 22 कैरेट सोने के बने हैं। एक मध्यवर्गीय पिता जो काम करता है वैसे ही उन्होंने किया। तेंजिन एन भूटिया ने लिखा- आखिर में हम सारे ह्यूमन ही हैं। फोटो से साफ झलक रहा है कि सीएम होने के बावजूद कैसे हेमंत परिवार के लिए फिक्रमंद रहते हैं।