समान नागरिक संहिता को लेकर देश में कई बार मांग उठ चुकी है, लेकिन हर बार इसको लेकर विवाद खड़ा हो जाता है। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा अपने बयानों को लेकर अक्सर सुर्ख़ियों में रहते हैं। अब समान नागरिक संहिता को लेकर उन्होंने बयान दिया है।
समान नागरिक संहिता पर क्या बोले असम के सीएम?
हिमंत बिस्वा सरमा से जब एक देश एक कानून पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि ‘ऐसे विषयों पर हमारी और पार्टी की राय हर कोई जानता है। बीजेपी की विचारधारा, बीजेपी की सोच सबके सामने हैं तो इसमें चर्चा की कोई बात नहीं है। चर्चा तो तब होती है जब हमारी माग क्लियर ना हो।’
‘हर कोई जानता है कि हम क्या चाहते हैं’
असम मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘देश में हर कोई जानता है कि हमारी डिमांड क्या है? हम क्या चाहते हैं।’ दरअसल असम के मुख्यमंत्री से सवाल पूछा गया था कि कई राज्यों के सीएम ने कहा कि सामान नागरिक संहिता की जरूरत है तो असम का क्या स्टैंड है? असम सीएम हिमंत बिस्वा सरमा इसी पर जवाब दे रहे थे।
तिरंगा यात्रा पर क्या बोले सीएम?
हर घर तिरंगा पर पर हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि ‘हर घर में एक तिरंगा होना ही चाहिए। अगर आप देश पर अधिकार व्यक्त करते हैं तो आपको दायित्व भी निर्वहन करना पड़ेगा। इसीलिए किसी को तिरंगा खरीदना पड़ेगा ये बात स्वीकार नहीं किया जा सकता है। आप घर में भी बना सकते हैं। अब सबके घर में जाकर मैं तिरंगा थोड़ी लगाऊंगा, सब खुद तिरंगा लहरायेंगे।’
उन्होंने कहा कि ‘हर साल 15 अगस्त को तिरांग लहराया जाता है लेकिन इस बार अमृत महोत्सव है तो तीन दिन तिरंगा लहराया जाना है। इसमें देशभक्ति थोपने वाली बात नहीं है। पहले एक दिन लहराते थे तो अभी तीन दिन तिरंगा लहरायेंगे इसमें क्या विवाद है?असम सीएम ने कहा कि अगर आपके घर में तिरंगा नहीं है इसका मतलब है कि आप पहले तिरंगा नहीं लहरा रहे थे।
बता दें कि देश भर में आजादी का अमृत महोत्सव के मनाया जा रहा है। इस साल स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे होने की खुशी में हर घर तिरंगा अभियान चलाया जा रहा है। कई राज्यों में इसके लिए सरकार एक्टिव हो चुकी है। इसी मामले को लेकर असम के सीएम हिमंत बिस्वा शर्मा अपनी बात नई दिल्ली में रख रहे थे।