राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा पर निकले हुए हैं। कन्याकुमारी से लेकर कश्मीर तक की यात्रा पर निकले राहुल गांधी 1000 किमी तक की दूरी तय कर चुके हैं। कर्नाटक के बेल्लारी में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया, जहां कांग्रेस के कई बड़े नेता शामिल हुए। इसी कार्यक्रम में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत शामिल हुए थे। यहां उन्होंने कहा कि साधु भी आराम करते हैं, लेकिन राहुल गांधी रोज 25KM की यात्रा कर रहे हैं।
अशोक गहलोत ने राहुल गांधी को लेकर क्या कहा?
अशोक गहलोत ने कहा कि राहुल गांधी जी ने हिम्मत और हौसले के साथ 3500 किमी में से 1000 किमी की यात्रा उन्होंने पूरा कर ली है। जब तक कमिटमेंट ना हो देश के साथ, देशवासियों के साथ तब तक यह पूरा नहीं होता। गहलोत ने कहा कि साधु संत भी जब यात्रा करते हैं तो वो भी विश्राम करते हैं, लेकिन इस यात्रा में 25 किमी प्रतिदिन तय किया जा रहा है। ऐसी यात्रा शायद पहले कभी नहीं हुई होगी।
“बड़ा सन्देश लेकर चल रही है यात्रा”
राजस्थान के मुख्यमंत्री ने कहा कि इंदिरा गांधी ने अपनी जान दे दी अपनी लेकिन खालिस्तान नहीं बनने दिया, राजीव गांधी भी देश में शांति लाने के लिए शहीद हो गए। आज राहुल गांधी चाहते हैं कि देश एक रहे, भाईचारा रहे, एक बहुत बड़ा सन्देश लेकर यह यात्रा शुरू हुई है। अशोक गहलोत के बयान पर सोशल मीडिया पर लोग अपनी प्रतिक्रियायें दे रहे हैं।
लोगों की प्रतिक्रियाएं
पीस पार्टी के प्रवक्ता शादाब चौहान ने लिखा कि इसका मतलब राहुल गांधी साधुओं से भी तो बड़े है? अशोक गहलोत जी, बीजेपी के रास्ते पर न चलें। @Yogivipul2 यूजर ने लिखा कि राहुल की भारत जोड़ो यात्रा RSS- BJP की इर्दगिर्द घूम रही है, यात्रा का संदेश स्पष्ट है कि जो कांग्रेसी नहीं। उससे नफरत करो, जो हिंदू हैं उसे बाटों और सत्ता में वापसी करो। एक यूजर ने लिखा कि रोज भारत के 25 किमी. क्षेत्र और उसके आसपास के इलाके में रहने वाले लोगों से आमने सामने मिलकर बात करना और उनकी समस्याओं को सुनना नाकि उन्हें अपने ‘मन की बात’ सुनाना वाकई बहुत बड़ी बात है।
@EkaSrestha यूजर ने लिखा कि जिस भाव से कर्म किया है, उसी का प्रभाव पड़ेगा और कांग्रेस के भाव से सभी परिचित हैं। अब तुम संत, साधु महात्माओं से राहुल का तुलना करके और सत्यानाश करवा लोगे। देखते जाओ। एक यूजर ने लिखा कि अशोक गहलोत जी, राहुल गांधी 25 किमी पैदल चले और उस पर इस तरह के बयान देकर आप पानी फेर रहे हैं। @SHOBHIT_JHS यूजर ने लिखा कि साधुओं की यात्रा चुनाव देखकर नहीं शुरू होती नेता जी, दोनों की बातों और दोनों के जीवन में बहुत अंतर है, तुलना न करें।
