देश की स्वतंत्रता को 75 वर्ष ‘पूरे होने पर ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ मनाया जा रहा है। इस महोत्सव को भव्य बनाने के लिए ‘हर घर तिरंगा’ अभियान शुरू किया गया है। स्वतंत्रता दिवस से पहले AIMIM अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि देश की आजादी में मुसलमानों के योगदान का जिक्र नहीं किया जाता है।
क्या बोले ओवैसी?
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा ‘जय हिंद का नारा सावरकर या गोडसे ने नहीं दिया बल्कि आबिद हसन ने दिया। उन्होंने कहा कि आजादी की बुनियाद सिराजुद्दौला, गांधीजी और नेताजी जैसे बड़े लोगों ने रखी है, न कि गोडसे या सावरकर ने। मुसलमानों ने भारत के आजादी में सबसे ज्यादा खून बहाया लेकिन अगर सबसे ज्यादा कोई महफूज नहीं है तो वो मुसलमान है।’
‘मुसलमानों का जिक्र नहीं करेंगे मोदी’
ओवैसी ने पीएम मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि 15 अगस्त को नरेंद्र मोदी लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित करेंगे तो मजलूमो, स्वतंत्रता सेनानियों का भी जिक्र करेंगे लेकिन मुसलमानों का जिक्र नहीं करेंगे। ओवैसी का यह बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है और लोग इस पर अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।
लोगों की प्रतिक्रियाएं
ट्विटर पर विजय नाम के यूजर ने ओवैसी के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा कि ये आदमी भाजपा का एजेंट है और भाजपा के द्वारा ही वित्तपोषित है और इसको जिम्मा दिया गया है कि आप किसी भी तरह मुसलमान वोट बैंक को एक पार्टी बनाकर उस पार्टी को वोट करवाओ ताकि ये वोट किसी दूसरी पार्टी के काम ना आ सके। अनिल शुक्ला ने लिखा कि कुछ लोग तो आज भी आजादी मांग रहे हैं।
हरीश कुकरेती नाम के यूजर ने लिखा, ‘आपको ऐसा लगता है क्योंकि आपको इस अवसर पर भी राजनीति करनी है जबकि देश की आजादी में मुसलमानों के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता है।’ अमन गुप्ता नाम के यूजर ने लिखा कि ‘ये दिन रात मुसलमान-मुसलमान करते रहते हैं तो ठीक लेकिन अगर कोई हिंदुओं को बात करे तो इनके पेट में दर्द होने लगता है और देश का संविधान और सेकुलरिज्म भी खतरे में पड़ जाता है। ये भी ठीक है।’
ओवैसी ने ट्वीट कर कहा कि आजादी के मौके पर देश की आवाम को दिल, सोच और हाथ मिला लेना चाहिए ताकि ज़ुल्म का खात्मा हो, गरीबी कम हो और सब मिलकर मुल्क की हिफाज़त कर सके। ओवैसी ने कहा कि अगर आप सरकार से सवाल करेंगे तो आपको देशद्रोही कह दिया जाता है। देशद्रोही सिर्फ मुसलमानों को ही नहीं बल्कि हिंदुओं को भी कहा जाता है। आज अगर पीएम और बीजेपी के खिलाफ कुछ कहते हैं तो उनको देशद्रोही कहना शुरू कर दिया जाता है।