एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने बीजेपी सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने मुसलमानों का जिक्र करते हुए योगी आदित्यनाथ सरकार पर भी खूब हमला बोला। उन्होंने यहां तक कहा कि सड़क की इज्जत है लेकिन मुसलमानों की इज्जत नहीं है। असदुद्दीन ओवैसी के इस बयान पर सोशल मीडिया यूजर्स कई तरह की प्रतिक्रियाएं देते नजर आ रहे हैं।
असदुद्दीन ओवैसी ने बीजेपी पर बोला हमला
बीजेपी पर निशाना साधते हुए असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि जहां पर भी भारतीय जनता पार्टी की सरकार है, वहां पर मुसलमानों में दहशत का माहौल है। मदरसा के सर्वे को लेकर उन्होंने यूपीए सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, ‘ हमारी शिक्षण संस्थानों को निशाना बनाया जा रहा है, देश के कई मदरसे गिराए जा रहे हैं। मुसलमानों पर अत्याचार हो रहा है लेकिन जब तक जिंदगी है, इन लोगों के खिलाफ लड़ता रहूंगा।
मुसलमानों को लेकर दिया ऐसा बयान
असदुद्दीन ओवैसी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि देख लीजिए कि देश में क्या हो रहा है, उत्तर प्रदेश में क्या हो रहा है? उन्होंने आगे पूछा, ‘ गुजरात में क्या हुआ बताइए। कहां गया कि मुसलमानों ने डांडिया में पत्थर फेंके। जिसके बाद पुलिस ने मुस्लिम नौजवानों को पकड़कर खंभे में बांधकर पीट दिया।’ इसके साथ उन्होंने कहा कि मुसलमानों को सड़क पर पीटा जा रहा है। क्या यही हमारी इज्जत है। उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी से सवाल किया कि वह इस पर चुप क्यों हैं? अब सड़क के कुत्ते की इज्जत है लेकिन मुस्लिम लोगों की नहीं।
लोगों के रिएक्शन
असदुद्दीन ओवैसी के बयान पर सोशल मीडिया यूजर्स ने उनकी बातों का समर्थन किया है तो वहीं कुछ लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिए गए पुराने बयान का जिक्र कर ओवैसी पर निशाना साध रहे हैं। पत्रकार अभिषेक उपाध्याय ने लिखा कि पीएम मोदी ने एक बार कहा था कि अगर एक पिल्ला गाड़ी के नीचे जब जाता है तो उन्हें तकलीफ होती है। तब सेक्यूलर सर्टिफिकेट जमात ने देश में हंगामा काट दिया था कि मोदी ने मुसलमान की तुलना कुत्ते से की है। आज ओवैसी ने कहा कि देश में रोड के कुत्ते की इज्जत है, पर मुसलमान की नहीं है। अब?
राकेश राय नाम के ट्विटर यूजर द्वारा लिखा गया कि आप कम नहीं हैं, बस हिंदू मुसलमान कीजिए। आप और भाजपा में कोई भी अंतर नहीं रह गया है। आशीष पाठक नाम के एक यूजर ने लिखा – असदुद्दीन ओवैसी और कोई मुद्दा नहीं पकड़ पा रहे हैं, पुराने टेप रिकॉर्डर की तरह जब भी आते हैं तो एक ही धुन सुनाते हैं। लोग ऊब गए हैं। हितेश नाम के यूज़र ने सवाल किया, ‘ओवैसी साहब खुद मुसलमान है और सांसद भी। क्या देश की संसद और सिस्टम उनकी इज्जत नहीं करता है?’