भारतीय जनता पार्टी की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा को लेकर सुप्रीम कोर्ट द्वारा की गई टिप्पणी पर विपक्षी दल केंद्र सरकार पर जमकर कटाक्ष करते नजर आ रहे हैं। एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी भी नूपुर शर्मा मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साध रहे हैं। उन्होंने इस मसले पर कई तरह के सवाल उठाए हैं।

ओवैसी का बयान : असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि आज सुप्रीम कोर्ट के जज के जो भी ऑब्जरवेशन थे। उसको लेकर मैं पीएम नरेंद्र मोदी से अपील करूंगा कि नूपुर शर्मा को बचाने से रोकें। वह और उनकी सरकार नूपुर शर्मा को बचाने में लगे हुए हैं। उन्होंने केंद्र सरकार और भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि कानून को अपना काम करने दिया जाए। इसके साथ ही उन्होंने सवाल उठाया कि एक पुराने मामले में जुबेर को गिरफ्तार कर लिया गया लेकिन नूपुर शर्मा को गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया।

ओवैसी ने यह भी कहा कि वह आसमान से आई हैं क्या, जो उनकी गिरफ्तारी नहीं हो रही है। दिल्ली पुलिस पर एकतरफा कार्रवाई करने का आरोप लगाते हुए उनकी ओर से कहा गया कि सत्ता का दुरुपयोग किया जा रहा है। दिल्ली पुलिस को नूपुर शर्मा को गिरफ्तार करना चाहिए। सरकार पर कटाक्ष कर उन्होंने यह भी कहा कि यह सरकार एक ही आंख से देख रही है, सुप्रीम कोर्ट द्वारा जो टिप्पणी की गई है उस पर बीजेपी वालों से सवाल होना चाहिए।

यूजर्स के रिएक्शन : सूरज जायसवाल नाम के एक ट्विटर यूजर ने कमेंट किया कि कोर्ट इन सब बातों को जायज बता रही है। हिंदुओं की भावना भड़के तो भड़के और हां आपके भाई अकबरुद्दीन के बाद का भाषण को तो अभिव्यक्ति की आजादी के तहत क्लीन चिट दे दी गई थी। अहमद नाम के एक यूजर ने ओवैसी की बातों का समर्थन करते हुए कहा कि अगर सरकार चाहे तो 24 घंटे के अंदर ही नूपुर शर्मा को गिरफ्तार कर सकती है।

राकेश नाम के एक यूजर ने कमेंट किया, ‘ बाहरी दबाव है इसलिए ऐसे फैसले आए हैं।’ राजेंद्र पटेल नाम की एक यूजर सवाल करते हैं कि शिवलिंग को फव्वारा बताने वाला भी आसमान से आया था क्या? पहले उनको गिरफ्तार करो, शिवलिंग को फव्वारा बताने वाले की क्या सजा? मिथिलेश सिंह नाम के एक यूजर ने लिखा – जो शिवलिंग पर अभद्र टिप्पणी कर रहे थे, उनको क्या पुरस्कार दिया जाए?