मध्य प्रदेश में नगर निकाय के चुनावों में असद्दुदीन ओवैसी की पार्टी AIMIM भी किस्मत अजमा रही है। ओवैसी जमकर प्रचार कर रहे हैं और कांग्रेस- बीजेपी पर निशाना साध रहे हैं। खंडवा में एक सभा को संबोधित करते हुए ओवैसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुख्यमंत्री, शिवराज सिंह चौहान और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर तीखा हमला बोला है।
ओवैसी ने कहा कि ‘MP में AIMIM के लिए एक बड़ा स्कोप है, तीसरी ताकत बनकर उभरेगी।’ मुसलमानों की उपेक्षा का आरोप लगाकर शिवराज सिंह चौहान पर हमला बोलते हुए ओवैसी ने कहा है कि ‘मुलसमान गरीब इसलिए है क्योंकि तुमने मेरी गरीबी को मेरा मुकद्दर बनाकर रख दिया है। अगर मेरे बच्चे-बच्चियां नहीं पढ़ते तो इसलिए नहीं पढ़ते क्योंकि तुम उन्हें पढ़ाना नहीं चाहते।’
ओवैसी ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि ‘तुम इस बात को बर्दाश्त नहीं कर पाते कि मुसलमानों के बच्चे डॉक्टर इंजीनियर, आईएएस और आईपीएस बनें। तुम उसे वही टायर का पंचर बनाते हुए देखना चाहते हो। ओवैसी ये पैगाम देने आया है कि टायर का पंचर अगर बाप बनाएगा तो बेटा गाड़ी खरीदेगा। ये हमारा हौसला है।’
लोगों की प्रतिक्रियाएं: राकेश ग्रोवर ने लिखा कि ‘सर, मदरसा जाने वाले बच्चों को शिक्षा के लिए स्कूल भेजो। आईएएस, आईपीएस बनने पर हमें खुशी होगी। मदरसा कल्चर को रोकने के लिए आप ऑफिशियल अनाउंसमेंट करें मुझे पता है कि आप ऐसा नहीं करेंगे आप उन्हें वोट के रूप में इस्तेमाल करेंगे।’ वैष्णवी गुप्ता ने लिखा कि ‘मुसलमानो को बता रहे हैं कि आप अलग हो, फिर भाईचारा कहां से आएगा सर?’
एक यूजर ने लिखा की ‘हम तहे दिल से चाहते हैं कि मुसलमान का बच्चा भी डॉक्टर, IAS, IPS, इंजीनियर बने पर इसके लिए मदरसों का बन्द होना जरूरी है ताकि उन्हें भी क्वालिटी शिक्षा मिल सके।’ अनुराग अवस्थी ने लिखा कि ‘How can you रोक।’ सिद्धार्थ सिंह नाम के यूजर ने लिखा कि ‘आप हमेशा अपने राजनीतिक फायदे के लिए मुसलमानों का इस्तेमाल क्यों करते हैं? आप हमेशा उन्हें इतनी नफरत से क्यों प्रभावित करते हैं? क्या आप खुशहाल राष्ट्र नहीं देख सकते? क्या आप भाईचारा नहीं चाहते? आप हिंदुओं और सिख के लिए आवाज क्यों नहीं उठाते? आप क्या कर रहे हो?’
बता दें कि कहा जाता है कि ओवैसी जहां मजबूती से चुनाव लड़ते हैं वहां भाजपा जीत जाती है। ओवैसी ने घरों को बुलडोजर से तोड़ने पर भड़कते हुए कहा कि पहले साम्प्रदायिक हिंसा हुई, खरगोन और सेंधवा में घरों को तोड़ा गया। हम पूछते हैं कि कौन से कानून के तहत तोड़ा? मध्य प्रदेश में 80 फीसद घर अवैध हैं तो क्या सब तोड़ देंगे?’