सोमवार को कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पंजाब के साथ ही साथ पूरे देश की राजनीति में भूचाल मचा देने वाला दावा कर दिया। पंजाब के पूर्व सीएम कैप्टन ने कहा कि सिद्धू को कैबिनेट मंत्री बनाए रखने के लिए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की तरफ से सिफारिश आई थी। सिद्धू ने ये दावा ऐसे वक्त में किया है, जब पंजाब विधानसभा चुनाव के मुहाने पर खड़ा है और सभी पार्टियां पूरी ताकत के साथ चुनावी मैदान में हैं।
कैप्टन पर बिफर पड़े अर्नब गोस्वामी: कैप्टन अमरिंदर सिंह के दावे पर अब बहस छिड़ गई है। एक तरफ कांग्रेस के नेता सवालों के घेरे में हैं तो दूसरी तरफ कैप्टन के इस खुलासे की टाइमिंग पर भी सवाल खड़े किए जा रहे हैं। रिपब्लिक टीवी के कार्यक्रम के दौरान एंकर अर्नब गोस्वामी इसी मुद्दे पर चर्चा के दौरान कैप्टन अमरिंदर सिंह पर बिफर पड़े।
कोई पप्पी-झप्पी वाली बात थी क्या?: चर्चा के दौरान मेहमानों से बात करने के बाद अर्नब ओस्वामी ने कहा कि सवाल ये है कि कैसे पंजाब के मुख्यमंत्री, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री का सिद्धू को मंत्रिमंडल में शामिल करने के लिए आए फ़ोन का जवाब देते हैं? ये कैसे नियमों का पालन है? ये कोई पप्पी-झप्पी की कॉल थोड़ी थी। ये हमारा आदमी है, इसको मिनिस्टर बना देना, ये किस तरह की बातचीत है।
कैप्टन की चुप्पी पर खड़े हुए सवाल: डिबेट में शामिल मेजर मल्होत्रा कहते हैं कि क्या ये कांग्रेस के काम करने का तरीका है? क्या पाकिस्तान, मंत्रियों का चुनाव करता है? और बड़ा सवाल ये है कि आखिरकार कैप्टन अभी तक चुप क्यों थे? उन्होंने देश को अंधेरे में रखा। इसी बात पर हां में हां मिलाते हुए अर्णव गोस्वामी कहते हैं कि बिलकुल सही, अभी तक कैप्टन चुप क्यों थे?
कैप्टन पर भड़के अर्नब गोस्वामी: अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए अर्नव गोस्वामी ऊंची आवाज में कहते हैं कि कैप्टन अब चुनाव के मौके पर ये सब क्यों कह रहे हैं? ये अपमानजनक है कि पाकिस्तान से पंजाब के मुख्यमंत्री के पास कॉल आए और सिद्धू को मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने की सिफारिश की जाए।
बता दें कि पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सोमवार को सहयोगी दलों की संयुक्त प्रेसवार्ता के दौरान ये दावा किया है। इससे पहले बीजेपी और उसके सहयोगियों के साथ सीट बंटवारे के मुद्दे पर चर्चा हुई थी, इसमें कैप्टन भी शामिल थे। जिस वक्त कैप्टन, सिद्धू को लेकर ये बड़ा खुलासा कर रहे थे, उस वक्त उनके साथ बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी, गजेंद्र सिंह शेखावत और शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) के प्रमुख सुखदेव सिंह ढींडसा भी मौजूद थे।
