Army Jawan Viral Video: इंटरनेट पर इनदिनों आर्मी जवान का एक भावुक करने वाला वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो में जवान को रेल में टॉयलेट के बाहर बैठकर सफर करते हुए देखा जा सकता है। वीडियो के संबंध में बताया गया है कि जवान को ड्यूटी पर लौटना था, लेकिन ट्रेन में कंफर्म टिकट नहीं मिलने के बाद वो टॉयलेट के बाहर बैठकर सफर करनो को मजबूर हो गया।
जबरदस्त वायरल हो रहा वीडियो
इंस्टाग्राम पर tv1indialive नाम के हैंडल से शेयर किए गए वीडियो में दिखाया गया है कि आर्मी जवान टॉयलेट के बाहर फर्श पर रखी अपनी बैग पर अड़कर सोए हुए हैं। जबकि किसी अन्य यात्री ने उनसे इस तरह सफर करने का वीडियो रिकॉर्ड कर लिया और उसे सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया जो अब वायरल हो रहा है।
वीडियो में दिख रहा है कि जमीन पर बैठे आर्मी जवान अपनी बैग से अड़कर सोए हुए हैं। संभवतः सफर की हरारत के कारण उनकी आंख लग गई होगी। देश की रक्षा के लिए आर्मी जवान के इस कदर सफर के वीडियो ने यूजर्स को भावुक कर दिया है। उन्होंने जवान के जज्बे को सलाम किया है। साथ ही सरकार से जवानों के लिए मुकम्मल व्यवस्था करने की मांग की है।
यहां देखें वायरल वीडियो –
इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया गया वीडियो जबरदस्त वायरल हो रहा है। वीडियो को पोस्ट किए जाने के बाद से लाखों यूजर्स देख चुके हैं। वीडियो को साढ़े सात लाख से अधिक यूजर्स ने लाइक किया है। वीडियो के कमेंट सेक्शन में यूजर्स ने स्पष्ट रूप से भावुक होते हुए टिप्पणी की है।
वीडियो पर टिप्पणी करते हुए एक यूजर ने लिखा, “मैंने भी यही अनुभव किया है और पूरी यात्रा इसी पैसेज पर पूरी की है। सच कहूं तो हम फौजी सीटों और आरक्षण की परवाह नहीं करते और न ही अपने साथी नागरिकों को इस बात के लिए दोषी ठहराते हैं कि उन्होंने हमें सीटें नहीं दीं। हमारी ट्रेनिंग और सैन्य व्यवहार, सिर्फ एक सीट पाने की चाहत से कहीं ज़्यादा है। हमारे लिए सबसे जरूरी है हमारे देश की सुरक्षा और अपनी यूनिट में समय पर पहुंचकर अपने कर्तव्यों का कुशलतापूर्वक निर्वहन करना। जय हिंद।”
दूसरे यूजर ने कहा, “सैनिकों के प्रति वास्तविकता और सम्मान।” तीसरे यूजर्स ने कहा, “जो हमेशा हमारी रक्षा करते हैं, अगर मैं वहां होता तो मैं ख़ुशी से उन्हें अपनी सीट देता।” वहीं, एक अन्य यूजर ने कहा, “एक सैन्य परिवार की बेटी होने के नाते, मैं बहुत निराश महसूस करती हूं, क्योंकि उन्हें इसकी परवाह नहीं है कि उन्हें सीट मिलेगी या नहीं, उन्हें लगता है कि अगर सब कुछ ठीक हो गया तो सब ठीक है, वरना हम किसी तरह काम चला लेंगे (मैंने एक बार अपने पापा से यह सुना था) और ऐसा इसलिए है, क्योंकि वे ऐसे ही बने हैं, हर तरह की परिस्थितियों से निपटने के लिए, कभी भी, कहीं भी और यह देखकर मुझे सचमुच बुरा लगता है।”