संयुक्त किसान मोर्चा ने योगेंद्र यादव को लखीमपुर खीरी हिंसा में मारे गए बीजेपी कार्यकर्ता शुभम मिश्रा के घर जाने पर 1 महीने के लिए निलंबित कर दिया है। इसी मुद्दे पर टाइम्स नाउ नवभारत न्यूज़ चैनल पर हुई डिबेट में किसान नेता पुष्पेंद्र सिंह ने कहा, लखीमपुर मामले में वीडियो के आधार पर अजय मिश्रा के ऊपर कार्रवाई होनी चाहिए। इस पर एंकर ने पूछा कि ऐसे तो राकेश टिकैत के बयानों को लेकर भी उनकी गिरफ्तारी होनी चाहिए?

पुष्पेंद्र सिंह ने डिबेट के दौरान कहा कि, ‘इस देश में लोकतंत्र चल रहा है। किसानों ने भी वोट दिया है। किसानों के बिना वोट दिए बीजेपी 300 सीट नहीं ला सकती थी। इतना लंबा आंदोलन चलना है उचित नही है। किसान की मांगों पर सरकार को विचार करना चाहिए।’

किसान नेता ने कहा, इनके अधिकारी सर फोड़ने की बात करते हैं और इनके मुख्यमंत्री लट्ठ उठाने की बात करते हैं। ऐसे लोगों पर कोई कार्रवाई नहीं की जाती है। बीजेपी के गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी कहते हैं कि किसानों को 2 मिनट में देख लेंगे। लखीमपुर खीरी मामले में वह मुख्य साजिशकर्ता हैं। एफआईआर में भी उनका जिक्र किया गया है।

इस पर एंकर ने कहा कि ऐसा ही ण्क वीडियो किसान नेता राकेश टिकैत का भी वायरल हुआ था। जिसमें वह कह रहे थे कि बक्कल उतार देंगे। इसके बाद दिल्ली के अंदर भयंकर हंगामा हुआ। ऐसा ही एक और वीडियो है जिसमें टिकैत कह रहे थे कि लिंचिंग एक्शन का रिएक्शन होता है। तो क्या राकेश टिकैत के इन पुराने वीडियो के आधार पर उनको गिरफ्तार कर लेना चाहिए?

इस पर पुष्पेंद्र सिंह ने पीएम नरेंद्र मोदी का जिक्र करते हुए कहा कि जिसने एक्शन पर रिएक्शन की बात की थी, वह देश के प्रधानमंत्री बने बैठे हैं। उनके खिलाफ आपने क्या कार्रवाई की है। इस पर एंकर ने कहा कि उनका सवाल लखीमपुर खीरी की घटना के विषय में था। किसान नेता ने जवाब में कहा, अजय मिश्रा का वीडियो लखीमपुर खीरी की घटना से सीधा मिल रहा है। इसलिए उन पर कार्रवाई होनी चाहिए।