बागेश्वर धाम के आचार्य धीरेंद्र शास्त्री एक बार फिर चर्चाओं में हैं। मुंबई में उनका दिव्य दरबार लगा है, जिसका पहले कांग्रेस ने विरोध किया और अब उन्हें चुनौती देने वाले श्याम मानव ने फिर से चुनौती दे डाली है। इस पर श्याम मानव से सवाल पूछा गया कि आचार्य धीरेंद्र शास्त्री जी करते हैं वो कैसे कर लेते हैं? इस पर अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के श्याम मानव ने जवाब दिया है।
श्याम मानव ने क्या कहा?
टाइम नाउ नवभारत को दिए एक इंटरव्यू में एंकर सुशांत सिन्हा ने अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के श्याम मानव से सवाल पूछा कि बागेश्वर धाम के आचार्य धीरेंद्र शास्त्री जो करते हैं, वो कैसे करते हैं? इस पर श्याम मानव ने कहा कि मैं उनका तरीका क्यों बताऊं? मैंने बस उन्हें चैलेंज दे रहा हूं, सच्चाई अपने आप सामने आ जाएगी। बहुत सी टेक्निक है, कुछ तो मैं भी जानता हूं।
‘आचार्य धीरेंद्र शास्त्री क्या और कैसे करते हैं?’
एंकर ने पूछा कि आपको पता ही नहीं है कि बागेश्वर धाम के आचार्य धीरेंद्र शास्त्री क्या और कैसे करते हैं, तो आप उन्हें फ्रॉड कैसे कह रहे हैं? इस पर श्याम मानव ने कहा कि मैंने उन्हें इसीलिए चैलेंज किया है। मैंने उन्हें फ्रॉड इसलिए बता रहा हूं क्योंकि उनका दावा दिव्यशक्ति का है। बता दें कि इससे पहले ही नागपुर में आचार्य धीरेंद्र शास्त्री को चैलेंज देकर श्याम मानव सुर्ख़ियों में आये थे।
यूजर्स की प्रतिक्रियाएं
@skattri12 यूजर ने लिखा कि श्याम मानव अपने नाम को भी कलंकित कर रहे हैं और सनातन धर्म की आस्था को भी ठेस पहुंचा रहे हैं। @Abhinav_tmk यूजर ने लिखा कि श्याम मानव खुद एक फ्रॉड लगते हैं। एक यूजर ने लिखा कि श्याम मानव बार-बार कह रहें कि 10 आदमी उनके सामने खड़े करेंगे, वह उनके बारे में बता दें, परंतु इस बात पर तुम जानबूझकर मिट्टी डालते रहे क्यों? एक यूजर ने लिखा कि अगर कोई झांसेबाज़ ठगी करके किसी की रक़म उड़ा ले तो पहले पीड़ित को ये बताना पड़ेगा कि ठगी में क्या ट्रिक इस्तेमाल की गई?
एक यूजर ने लिखा कि सुशांत सिन्हा चाहते हैं कि ऐसे बाबा देश चलाएं, न कि विज्ञान और प्रौद्योगिकी में विश्वास करने वाले। रोज छोटे-छोटे बाबा निकलते हैं और मिस्टर सिन्हा ऐसे फर्जी बाबाओं के फैन हैं। @alok_zordar यूजर ने लिखा कि फंस गए श्याम मानव! बिना जानकारी के दूसरों को फ्रॉड कहना क्राइम है। श्याम मानव जैसे लोग संतों का चरित्र हनन करने की कोशिश करते हैं और कह कर निकल जाते हैं। ऐसे लोगों पर तो डिफेमेशन का केस होना चाहिए।
बता दें कि धीरेंद्र शास्त्री के दिव्य दरबार में काला जादू और अंधविश्वास को बढ़ावा देने का आरोप लगाते हुए बॉम्बे हाई कोर्ट में ये याचिका दाखिल की गई है। कांग्रेस ने चिठ्ठी लिखकर महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे से बागेश्वर धाम के कार्यक्रम को मंजूरी नहीं दिए जाने की अपील की थी जबकि बीजेपी ने खुलकर इस कार्यक्रम का समर्थन किया था।