भारत सरकार ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) और उससे जुड़े संगठनों पर 5 सालों के लिए प्रतिबंध लगा दिया है। सरकार की ओर से आदेश जारी कर यह भी कहा गया कि इन संगठनों की वेबसाइट, सोशल मीडिया अकाउंट भी बंद कर दिए जाएं। इस विषय पर चर्चा कर रही एंकर रुबिका लियाकत ने SDPI के उपाध्यक्ष बीएम कांबले से एक सवाल किया। जिस पर दोनों के बीच तीखी बहस हो गई।
एंकर ने SDPI उपाध्यक्ष से पूछे ऐसे सवाल
एंकर रुबिका लियाकत ने SDPI उपाध्यक्ष से सवाल किया कि CAA और NRC के समय पर आप लोगों ने तमाम तरीके के प्रदर्शन किए थे? आप लोगों ने मुसलमानों को डराने का काम किया था। ये तुम्हें देश से बाहर कर देंगे। अब आप यहां पर मुझे एक नाम बताइए, जिस मुसलमान को देश से बाहर किया गया हो? एंकर ने सख्त अंदाज में पूछा कि मैं आपको चुनौती देती हूं, आप एक मुसलमान का नाम बताइए। मैं ये कुर्सी छोड़कर चली जाऊंगी?
SDPI उपाध्यक्ष बीएम कांबले ने दिया ऐसा जवाब
SDPI उपाध्यक्ष बीएम कांबले ने एंकर के सवाल पर कहा कि फेंका नहीं गया है बल्कि फेंकने की तैयारी की जा रही है। आप यहां पर ऐसे सवाल पूछने के लिए बैठी हुई हैं। इसके साथ उन्होंने कहा कि जब फेंकने की बारी आएगी तो आप यहां बैठकर इस तरह के सवाल करने लायक नहीं रहेगीं। एंकर ने भड़कते हुए दोबारा पूछा कि आप ऐसे मुसलमान का नाम बताइए, जिसे मोदी सरकार ने देश के बाहर फेंका हो?
बीएम कांबले और एंकर के बीच हुई तीखी बहस
डिबेट के दौरान बीएम कांबले और एंकर के बीच तीखी बहस होने लगी। एंकर ने कहा कि आप मेरे सवाल का जवाब दे देंगे तो मैं अपनी नौकरी छोड़ दूंगी और अगर नहीं दे पाए तो आप SDPI उपाध्यक्ष पद छोड़ दीजिएगा। इस पर SDPI उपाध्यक्ष ने कहा कि मीडिया पर जो लोगों का थोड़ा बहुत भरोसा बचा हुआ है। उसे वैसा ही रहने दीजिए।
रुबिका लियाकत ने शेयर किया वीडियो
डिबेट के इस वीडियो को अपने सोशल मीडिया सैंडल से शेयर कर एंकर ने लिखा, ‘ये हैं PFI की राजनीतिक शाखा SDPI के उपाध्यक्ष पीएम कांबले… ये वही लोग हैं, जो CAA के नाम पर मुसलमानों को डरा रहे थे कि देश में एक भी मुसलमान नहीं रहेगा.. आज 2 साल बाद ये एक मुस्लिम नाम नहीं बता पाए। जिसे सरकार ने देश निकाला दिया हो.. चैलेंज पर कैसे हुए चित देखिए।’ एंकर द्वारा शेयर किए गए वीडियो पर कुछ लोगों ने उनका समर्थन किया है तो वहीं कुछ लोगों ने तंज कसते हुए अपनी प्रतिक्रिया दी है।