एक टीवी चैनल डिबेट में पीडीपी नेता नजमू साकिब की बात सुन एंकर भड़क पड़े। एंकर ने कहा कि आप मुझे भाषण क्या दे रहे हैं। आप आतंकवादियों की पैरोकारी करते हैं। आपको तो जैश ए मोहम्मद में ही शामिल हो जाना चाहिए। यह देश जवानों को मारने, आम लोगों की हत्या करने और बम फोड़ने वालों को कभी प्यार नहीं कर सकता है। दरअसल, ‘आज तक’ न्यूज चैनल पर डिबेट के दौरान एंकर रोहित सरदाना ने पूछा, “नजमू साकिब, आपने आतंकियों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी थी। जवाब देख लिया आपने कैसा आया जैश ए मुहम्मद की तरफ से?” एंकर के इस सवाल पर जवाब देते हुए साकिब ने कहा, “हमारे मुल्क के जो सिक्योरिटी फोर्सेज हैं, उनको झूठ बोला जा रहा है। हमारे मुल्क के लोगों को झूठ बोला जा रहा है। आए दिन वे जान देते हैं। उनको ये बोला जा रहा है कि कश्मीर में मिलिट्री प्रॉब्लम है। लॉ एंड ऑर्डर की प्रॉब्लम है। एक राजनीतिक मुद्दे को लॉ एंड ऑर्डर इश्यू बनाया जा रहा है।”

पीडीपी नेता ने आगे कह, “बोला गया था कि सर्जिकल स्ट्राइक और ऑपरेशन ऑल आउट से हालात ठीक होंगे। आप देखिए आए दिन कश्मीर में लगतार सुरक्षाकर्मी और आम लोगों की जान जा रही है। कश्मीर को आप क्या बनाना चाहते हैं। अपने लोगों के साथ जंग लड़ना चाहते हैं? हमारे कश्मीर के लड़के जब दिल्ली पढ़ने आते हैं, तो उनके ऊपर केस दर्ज किया जाता है। आपको सोचना होगा कि कश्मीर में किसी नौजवान ने बंदुक उठायी तो क्यों? हमने उनकी डेमोक्रेडिट स्पेस छीन ली। आज वे वही स्पेस चाहते हैं। अपनी जगह ढ़ूंढ रहे हैं। उस जगह का बार-बार अतिक्रमण किया जा रहा है। उसका जवाब ‘एनलार्जमेंट ऑफ डेमोक्रेसी’ है न कि ‘इनक्रॉचमेंट ऑफ डेमोक्रेसी’। उसका जवाब इन लोगों को अपनाना है, न कि इनको मारना है।”

इसके बाद एंकर ने एक सवाल पूछा, “आपने कहा कि ये राजनीतिक समस्या है। जिन लोगों ने ग्रेनेड फेंके और बाद में फोन कर के मीडिया को बताया कि हम जैश ए मोहम्मद से हैं। हमने ये ग्रेनेड फेके हैं। वो कौन सा पॉलिटिकल आउटफिट है? पीडीपी की ब्रांच है क्या वो?” इसके जवाब में पीडीपी नेता ने कहा, “ये बताएं कि हमारे आर्मी कमांडर जो हैं बिपिन रावत साहब, वो तालिबान के साथ क्या कर रहे हैं? तालिबान एक आतंकी संगठन है और उनसे हम बात कर रहे हैं। अटल बिहारी वाजपेयी के समय में होम सेक्रेट्री अब्दुल मजीदार के साथ क्या कर रहे थे।”

एंकर ने कहा, “आप कहीं की बात और कहीं का रोना रो रहे हैं। आप आतंकवादियों के साथ बैठकर चाय पर चर्चा करना चाहते हैं। उधर से तालिबान को खिंचकर साथ में ले आते हैं। हिंदुस्तान में तालिबान है क्या? मैं तो कह रहा हूं कि समस्या की जड़ आप जैसे लोग हैं जो आतंकवादियों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजते हैं और कहते हैं कि इनके साथ चाय पी लो।”

साकिब ने कहा, “जो गौरक्षा के नाम पर मारते हैं, वो तालिबान हैं। हिंदुस्तान में तालिबान आ चुका है। उस सच्चाई को स्वीकार करना पड़ेगा। जम्मू के छात्र विश्वविद्लाय में दोस्त बनाने जाते हैं, दुश्मन बनाकर आते हैं।” एंकर ने कहा, “आपने जम्मू-कश्मीर में सरकार चलाई तब यह सोच कहां थी। इसे चोरी और सीनाजोरी कहते हैं। ढ़ाई साल आप मलाई खाये और कह रहे हैं कि तब भी हम आतंकवादियों के साथ थे और आज भी हैँ। आप देश की जनता को बरगलाने और बेवकूफ बनाने का काम कर रहे हैं। चिल्लाने से झूठ सच हो जाएगा।”

नेता ने कहा, “आप कश्मीरियों की मौत पर खुशी क्यों मनाते हैं?” एंकर ने कहा, “हम उन आतंकियों की मौत पर खुशी मनाते हैं, जिन्हें आप पालते हैं। जिनके घर जाकर आप आंसू बहाते हैं। देश के लोगों को बेवकूफ बनाते हैं कि वह कश्मीरी था। झूठे हैं आपलोग। आप आतंकवादियों के पैरोकार हैं। आप जैश ए मोहम्मद क्यों नहीं ज्वाइन कर लेते। यहां बैठकर टीवी पर भाषण क्या दे रहे हैं। क्यों जनता को बेवकूफ बनाते हैं कि मैं चुनाव लड़ने आया हूं। आपलोगों ने 10 हजार पत्थरबाज छुड़वाए। क्या उससे पत्थरबाजी बंद हुई। आतंकवादियों से ये देश प्यार नहीं कर सकता है।”