घोर कलियुग है…इस ठगी के कहानी को जानने के बाद आपके मुंह से भी यही शब्द निकलेंगे। आप भी शायद इस तरह की भलाई करना छोड़ दें। मामला अमृतसर का है। यहां एक दुकान के मालिक और उसके बेटे पर एक शख्स के साथ ठगी और धोखाधड़ी करने का आरोप है। चलिए बताते हैं कि पूरा मामला क्या है।

दरअसल, शख्स की दुकान के मालिक से पहचान थी। मालिक औऱ उसके बेटे ने कपिल नामक व्यापारी को अपने दुकान पर बुलाया और कहा कि वह सोने का आभूषण लेकर आए, ग्राहकों को दिखाने के काम आएगा। कपिल को लगा कि सोना दिखाने के लिए ही तो ले जाना है। उनका भला हो जाएगा। वह लगभग 5 किलो सोना लेकर दुकान के मालिक के पास पहुंच गया। इसके बाद मालिक ने वह सोना अपने पास यह कहकर रख लिया कि अभी आने वाले और ग्राहकों को यह सोना दिखाने के काम आएगा, कुछ दिन के लिए हमारे पास ही रख दो।

शख्स के साथ हुआ धोखा

कपिल को भी लगा होगा कि हां ऐसा करने में क्या बुराई है, थोड़े दिन बाद लेते जाउंगा… व्यापार में को यह सब लेन-देन चलता ही है। वैसे भी सोना कहां जाएगा। जान-पहचान वालों के पास ही तो हैं। हालांकि इसके बाद जो हुआ कपिल ने उसकी कल्पना भी नहीं की होगी। कई हफ्ते बीतने के बाद भी मालिक ने सोना नहीं लौटाया। उसने सोना हजम कर लिया। इसके बाद मामला पुलिस तक पहुंचा।

अब पुलिस ने एक व्यापारी से तीन करोड़ रुपये से अधिक के पांच किलोग्राम से अधिक सोने के आभूषण ठगने के आरोप में हैदराबाद से एक व्यक्ति और उसके दो बेटों को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने बताया कि आरोपियों के पास से 2.31 किलोग्राम सोने के आभूषण और 36.60 कैरेट हीरे बरामद किए गए हैं। पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) ललित कुमार ने बताया कि मुकेरियां कस्बे में आभूषण की दुकान के मालिक राजीव वर्मा और उनके बेटे रोहन वर्मा एवं संयम वर्मा ने पिछले महीने अमृतसर के कपिल चौहान को अपनी दुकान पर बुलाया था।

उन्होंने कपिल से सोने के आभूषण लाने को कहा था ताकि उन्हें कुछ दुकान पर आने ग्राहकों को दिखाया जा सके। पुलिस उपाधीक्षक ने आगे बताया कि चौहान का विश्वास जीतने के बाद आरोपियों ने बाद में आने वाले ग्राहकों को दिखाने के बहाने पांच किलो से अधिक सोने के आभूषण कथित तौर पर अपने पास रख लिए। अधिकारी ने बताया कि उन्होंने न तो आभूषण लौटाए और न ही चौहान को सोने के पैसे दिए, जिनकी कीमत 3.27 करोड़ रुपये से अधिक थी और वे गायब हो गए।

पीड़ित की शिकायत के आधार पर 27 जुलाई को मुकेरियां पुलिस थाने में आरोपी के खिलाफ कानून के प्रासंगिक प्रावधानों के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई। पुलिस उपाधीक्षक ने बताया कि पुलिस ने आरोपियों तक पहुंचने के लिए सीसीटीवी का इस्तेमाल किया तथा 24 अगस्त को राजीव और उसके बेटों को हैदराबाद से गिरफ्तार कर लिया। इस घटना से सीख लीजिए, भलाई कीजिए मगर संभल कर।