गुजरात विधानसभा चुनाव (Gujarat Assembly Election) को लेकर जमकर राजनीति हो रही है। भाजपा के तमाम नेता केंद्र सरकार के कार्यों, पीएम मोदी (Narendra Modi) की लोकप्रियता को सामने रख वोट मांग रहे हैं। गुजरात चुनाव को लेकर न्यूज18 इंडिया को दिए एक इंटरव्यू में देश के गृहमंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) ने रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia-Ukraine War) को रोककर भारतीय छात्रों को बाहर निकालने का जिक्र किया तो सोशल मीडिया पर लोग तमाम तरह के रिएक्शन देने लगे।
इंटरव्यू के दौरान अमित शाह (Amit Shah Interview) से पूछा गया कि क्या रूस और भारत के बीच चल रहे युद्ध में भारत को बीच में आना चाहिए? इस पर गृहमंत्री ने कहा कि मैं भी भारत की डिप्लोमेसी को कई सालों से एक विद्यार्थी के रूप में देख रहा हूं। हमने पहले ऐसा कभी नहीं देखा कि भारत के 35 हजार छात्र फंसे हो और पीएम मोदी यूक्रेन-रूस (PM Modi On Ukraine-Russia War) के राष्ट्राध्यक्षों से दो-तीन दिन तक युद्ध रोकने के लिए कहें और 72 घंटे के लिए सीजफायर हो जाए। ये हर भारतीय के लिए गौरव की बात है।
गृह मंत्री का यह बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इसके जवाब में लोग विदेश मंत्रालय (Ministry of External Affairs) के उस बयान का जिक्र कर रहे हैं, जिसमें यह कहा गया था कि युद्ध रोके जाने की जानकारी उनके पास नहीं है। ऑल्ट न्यूज के मोहम्मद जुबैर (Mohammed Zubair) ने गृहमंत्री के बयान के साथ विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता (Spokesperson of Ministry of External Affair) का बयान शेयर करते हुए लिखा है कि या तो विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता या गृह मंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष झूठ बोल रहे हैं।
@GYAN0214 यूजर ने लिखा कि किसे बेवकूफ बना रहे हैं आप, आपका बागी विधायक तो मोदीजी की बात नहीं मान रहा है, चले हैं यूक्रेन का युद्ध रुकवाने। @shubhro58200213 यूजर ने लिखा कि यह उनकी जिम्मेदारी थी। खराब शिक्षा प्रणाली और बुनियादी ढांचे के कारण छात्र देश से बाहर चले जाते हैं। भारत में शिक्षा प्रणाली और बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए कुछ भी नहीं किया गया है। @RajoraAshok1 यूजर ने लिखा कि आप अपने अधिकारियों से ही जानकारी ले लिया करो, विदेश मंत्रालय ने पहले ही साफ कर दिया है कि ऐसा कुछ नही हुआ था।
@manish02041985 यूजर ने लिखा कि सबसे मजे की बात ये है कि ये सब न यूक्रेन और न रूस को पता चला, केवल कुछ नेताओं और मीडिया को ही पता है कि युद्ध रोक दिया था। @InHeartAkhilesh यूजर ने चुटकी लेते हुए लिखा कि प्रधानमंत्री जी के फोन करने पर एक बागी चुनाव लड़ने से नहीं रूका और आप रूस यूक्रेन युद्ध रूकवाने की बात कर रहे हो, क्या यही चाणक्य नीति हैं? एक यूजर ने लिखा कि नरेंद्र मोदीजी की साहसपूर्ण सोच का कमाल था। कांग्रेस की बंजर भूमि में ऐसा साहसी विचार शायद उपजता ही नहीं।