यूपी विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election) में राजनीति चरम पर है और अब पुलिस के जवान भी राजनीति का शिकार हो रहे हैं। 17 फरवरी को अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने कन्नौज (kannauj) के तिर्वा में जनसभा की थी, जहां अखिलेश यादव का भाषण शुरू होते ही सपा कार्यकर्ता बैरीकेडिंग तोड़कर मंच की तरफ बढ़ने की कशिश करने लगे। भगदड़ जैसी स्थिति देख पुलिस ने लोगों को रोकने के लिए लाठियां उठा लीं। ये देख मंच पर खड़े अखिलेश यादव भड़क गए।

अखिलेश यादव ने मंच से ही पुलिसकर्मियों से कहा कि,”ऐ पुलिस, ऐ पुलिस वालों, ऐ पुलिस, क्यों कर रहे हो ये सब तमाशा। तुम से बदतमीज कुछ नहीं हो सकता।” अब अखिलेश यादव के इस बयान के बाद इस पर जमकर राजनीति हो रही है। अखिलेश को सोशल मीडिया पर भी लोग खूब खरी-खोटी भी सुना रहे हैं।

आजतक पर एक चर्चा के दौरान बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया ने भी अखिलेश यादव पर हमला बोला है। गौरव भाटिया ने कहा कि अखिलेश यादव को गुंडों, भू माफिया, हिस्ट्रीशीटर पर भरोसा है लेकिन वर्दी में जो सिपाही हैं, उन्हें कहते हैं ए.. पुलिस वालों क्यों बत्तमीजी कर रहे हो। हमारी सरकार आएगी तो बताएंगे। अब आप ही बताइये कि भरोसा पुलिस पर होना चाहिए या गुंडागर्दी करनी चाहिए। हम कह रहे हैं कि वर्दी सब पर भारी और ये कह रहे हैं कि गुंडागर्दी सब पर भारी।

इतना ही नहीं, गौरव भाटिया ने आगे कहा कि अखिलेश यादव को पता चल गया है कि करहल भी सरल नहीं है और इसीलिए अपने पिता जी से प्रचार करवाना पड़ रहा है और इन्हीं मुलायम सिंह यादव का अपमान भी अगर किसी ने किया तो खुद अखिलेश यादव ने किया था। बाबुआ से नहीं हो पाया इसीलिए कहा जा रहा है कि बेटे तुम रहने दो, तुमसे नहीं हो पाएगा।

बता दें इस बार खुद अखिलेश यादव भी चुनावी मैदान में हैं और मैनपुरी की करहल विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। तीसरे चरण में सपा के गढ़ कहे जाने वाले एटा, मैनपुरी, ईटावा और कन्नौज में भी चुनाव होने वाला है, इसीलिए सपा अध्यक्ष खूब मेहनत कर रहे हैं।