सपा प्रमुख अखिलेश यादव इन दिनों यूपी विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जोरों शोरों से लगे हुए हैं। वह बीजेपी पर जमकर निशाना साधते नजर आ रहे हैं। इन्हीं तमाम विषयों को लेकर अखिलेश यादव ने हाल में ही आज तक न्यूज़ चैनल के साथ एक इंटरव्यू किया था। जिसमें उनसे एंकर चित्रा त्रिपाठी ने पूछा था कि ऐसी क्या जरूरत पड़ गई थी जो आप प्रेस कॉन्फ्रेंस में लेकर पहुंच गए थे। सपा प्रमुख ने इसका जवाब दिया था।

इस इंटरव्यू में एंकर ने उनसे सरकारी आवास खाली करने के बाद हुई राजनीति पर सवाल पूछा था तो उन्होंने कहा था कि बीजेपी ने जानबूझकर बदनाम करने के लिए एक न्यूजपेपर के मालिक को साथ साथ में लिया था। इसके साथ उन्होंने कहा था कि बीजेपी ने दो अधिकारियों कोई इसलिए भेजा था कि जाकर देखो आवास खाली करने के बाद वहां पर क्या बचा हुआ है।

इसके साथ उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाया था कि सभी पत्रकारों को इनकी तरफ से फोन करके कहा गया था कि जाइए। वहां पर जाकर कई प्रकार की कहानी बनाई गई। जब एंकर ने उनसे पूछा कि आप प्रेस कॉन्फ्रेंस में टोटी लेकर क्यों चले गए थे? आपको वहां टोटी लेकर जाने की क्या जरूरत थी? सपा प्रमुख ने इसके जवाब में कहा था कि आप जो कह रही है वहीं बीजेपी भी कह रही है। आज अगर वहां कोई चेक कर ले तो मुख्यमंत्री आवास में चिलम निकलेगी।

सरकार गिनती बताए, सारी लौटा दूंगा – जब प्रेस कॉन्फ्रेंस में टोटी लेकर पहुंच गए थे अखिलेश यादव

अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने कहा था कि अगर हमारे यहां टोटी निकली है तो उनके हाथ चिलम निकलेगी। इसमें कोई बड़ी बात नहीं है। सपा प्रमुख ने कहा था कि इसमें सबसे बड़ी बात यह है कि किसी अखबार के पत्रकार और अधिकारियों को इस तरह के खेल नहीं खेलना चाहिए क्योंकि सरकार आती जाती रहती है। मैं जानता हूं कि वह घराना कौन सा है।

क्या है पूरा मामला : उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने जब अपना सरकारी बंगला खाली किया था, तब उन पर तोड़फोड़ करने का आरोप लगाया था। जिसके बाद अखिलेश ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। जिसमें वह अपने दोनों हाथों में टोटी लेकर पहुंच गए थे। यह घटना 2017 विधानसभा चुनाव के बाद की है। इस मामले को लेकर बीजेपी नेता आज भी अखिलेश यादव पर हमला बोलते नजर आते हैं।