उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दल अपनी पार्टी को मजबूत करने के लिए कई छोटे दलों से गठबंधन कर रहे हैं। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने इन्हें कई विषयों को लेकर समाचार चैनल न्यूज़ 18 इंडिया से बात की। एआईएमआईएम पार्टी के साथ गठबंधन को लेकर उनके सवाल पूछा तो उन्होंने कुछ ऐसा जवाब दिया।
कांग्रेस के साथ गठबंधन न करने पर फायदा है : सपा प्रमुख ने कहा कि जो भी राष्ट्रीय पार्टी रहीं, उनके साथ हमारे गठबंधन का अनुभव ठीक नहीं रहा इसलिए बड़े दलों के साथ गठबंधन नहीं कर रहे हैं। हमारी पार्टी जो परिणाम चाहती थी, वह हमें नहीं मिले। हमारे गठबंधन को जनता ने स्वीकार नहीं किया इसलिए क्षेत्रीय दलों के साथ गठबंधन कर रहे हैं।
एआईएमआईएम के साथ गठबंधन – अखिलेश ने कहा कि असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी के साथ हमारा समझौता नहीं हो सकता है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मैं 2022 की विधानसभा चुनाव को लेकर तैयारी कर रहा हूं। मुझे विश्वास है कि जनता बदलाव करने के लिए तैयार खड़ी है।
एंकर ने उनसे पूछा कि भाजपा यूपी की जनता को बता रही है कि समाजवादी पार्टी के आने से गुंडागर्दी फिर से बढ़ जाएगी? इस सवाल पर अखिलेश ने कहा कि हम एक विजन के साथ यूपी को खुशहाली के रास्ते पर ले जाना चाहते हैं। उन्होंने पीएम मोदी के डिजिटल इंडिया के विजन को लेकर कहा कि इन्होंने डिजिटल इंडिया का सपना दिखाया लेकिन अमेज़न वाला कंडे बेच रहा है। इनकी सरकार ने डिजिटल इंडिया के जरिए कितने नौजवानों को रोजगार दिया है।
उन्होंने कहा कि मेक इन इंडिया की बात करते थे लेकिन उससे यूपी को कोई फायदा नहीं हुआ। अखिलेश ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि योगी आदित्यनाथ दावा कर रहे हैं कि उनकी सरकार में साढ़े 4 लाख लोगों को नौकरी मिली है, जिनको नौकरी मिली है उनकी सूची क्यों नहीं जारी कर रहे हैं। अगर इन्होंने करोड़ों युवाओं को नौकरी दे दी है तो यूपी में बेरोजगारी पूरी तरह से खत्म हो गई है।