उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले शिवपाल यादव के दल प्रगतिशील समाजवादी पार्टी को ‘स्टूल’ चुनाव चिन्ह मिला है। इससे पहले उनके पास ‘चाबी’ का चुनाव चिन्ह था। शिवपाल की पार्टी को ‘स्टूल’ चुनाव चिन्ह मिलने पर कांग्रेस ने यूपी डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या पर तंज कसा है।

यूपी कांग्रेस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से यूपी डिप्टी सीएम पर निशाना साधते हुए लिखा गया, ‘ केशव प्रसाद मौर्या जी के नसीब में जैसे-तैसे एक स्टूल आया था, बदनसीबी देखिये। वो भी शिवपाल यादव जी के हिस्से में चला गया’। कांग्रेस के इस तंज पर आम सोशल मीडिया यूजर्स ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है।

संतोष कुमार नाम के यूजर ने लिखा कि कांग्रेस को कुछ पता भी नहीं है। जरा जांच कराइए तो पता चलेगा कि स्टूल वाला मामला क्या है। कृष्णा कुमार ने लिखा कि अब यह क्या हो गया? लगता है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी केशव प्रसाद मौर्या को स्टूल से उतारना चाहते हैं। अनामिका दुबे नाम की एक यूजर ने कमेंट किया कि अरे कम से कम बेचारे स्टूल पर तो बैठते थे। बीजेपी वालों तुम्हें केशव मौर्या की हाय लगेगी।

जानकारी के लिए बता दें कि 2017 के विधानसभा चुनाव के बाद शिवपाल ने प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया बनाई थी। 2019 के लोकसभा चुनाव में उनकी पार्टी को चाबी चुनाव चिन्ह दिया गया था। इस बार उन्होंने नया चुनाव चिन्ह आवंटित किया गया है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि शिवपाल यादव समाजवादी पार्टी के चुनाव चिन्ह ‘साइकिल’ पर सवारी करेंगे या फिर अपनी पार्टी के चुनाव चिन्ह ‘स्टूल’ पर दांव आजमाएंगे।

शिवपाल ने स्पष्ट किया है कि वह अखिलेश यादव को ही मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं। परिवार में हुई लड़ाई को लेकर उन्होंने कहा है कि हम दोनों नेताओं ने उन बातों को पीछे छोड़ दिया है। अब हमें आगे बढ़ना है। इसके साथ उन्होंने यह भी कहा है कि मुलायम सिंह यादव की जगह हमने अखिलेश यादव को नया नेता मान लिया है। अखिलेश यादव की ओर से जो भी फैसला लिया जाएगा, उसको हम मानने को तैयार हैं। शिवपाल ने कहा है कि हमने अखिलेश यादव राजनीति की ट्रेनिंग दी, लेकिन अब वह पर्फेक्ट खो गए हैं। पार्टी को जहां भी मेरे सलाह की जरूरत होगी मैं वहां पर जरूर उपस्थित रहूंगा। अब हम दोनों साथ-साथ चलेंगे।