प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 17 सितंबर को नामीबिया से लाए गए चीतों को कुनो नेशनल पार्क में रिलीज कर दिया। पीएम मोदी द्वारा चीतों को रिलीज किए जाने पर अब राजनीति शुरू हो गई है। एक तरफ जहां कांग्रेस का दावा है कि चीतों को भारत लाए जाने का प्लान कांग्रेस की सरकार के दौरान बनाया गया था तो वहीं समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने एक चीते का वीडियो शेयर कर तंज कसा है।

अखिलेश यादव ने शेयर किया वीडियो

अखिलेश यादव ने जो वीडियो शेयर किया है उसमें एक चीता म्याऊं-म्याऊं की आवाज निकाल रहा है। इस वीडियो को शेयर कर अखिलेश यादव ने ट्वीट किया, “सबको इंतज़ार था दहाड़ का… पर ये तो निकला बिल्ली मौसी के परिवार का।” बता दें कि अखिलेश यादव ने जो वीडियो शेयर किया है वो वीडियो पुराना है। सोशल मीडिया पर लोग अखिलेश यादव के ट्वीट पर अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।

लोगों की प्रतिक्रियाएं

मीनाक्षी श्रियण ने लिखा कि चीता दहाड़ता है? सर प्लीज, अपने ट्विटर हैंडलर को तुरंत बर्खास्त कीजिए। मजाक बनवाता है आपका। सुधीर विश्नोई ने लिखा कि लगता है कि शायद अखिलेश यादव जी को चीते के बारे में अभी पता नहीं है, क्योंकि जब से वह रह रहे हैं तब से भारत में चीते नहीं थे, उन्होंने शेर देखा होगा। सुनंद वशिष्ट ने लिखा कि चौथी कक्षा के विद्यार्थी जानते हैं कि चीता दहाड़ता नहीं है। पढ़ाई में ध्यान नहीं दिया कोई बात नहीं, गूगल तो कर ही सकते हैं अखिलेश यादव । इस तरह अपने बेईज़्ज़ती तो ना करवाते। बेचारे चीते का अपमान भी ना करते।

भाजपा नेता एवं पूर्व विधायक दिनेश चौधरी ने अखिलेश यादव को जवाब देते हुए लिखा कि पता नहीं कौन सी पढ़ाई आप पढ़ने विदेश गये थे, ये तो प्रभु श्री राम जी ही जानें,आपसे ज्यादा तो वो हरा कुर्ता वाले अनुराग भदौरिया और लाल टोपी वालें सुनीज साजन जानते हैं। यूपी सरकार में मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने अखिलेश को जवाब देते हुए लिखा कि 2012 की एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना… सबको इंतज़ार था हितैषी आएगा पूरे प्रदेश का, पर वो तो हितैषी निकला सिर्फ अपने परिवार का।

बता दें कि सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें एक चीता बिल्ली की तरह म्याऊं-म्याऊं कर रहा था। इस वीडियो को शेयर करते हुए कई लोगों ने इसे नामीबिया से भारत लाए चीतों में से एक का बताकर सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया। अखिलेश यादव ने भी इसी वीडियो को शेयर किया है। जानकारी के अनुसार, ये वीडियो करीब 7 महीने पहले से ही एक यूट्यूब चैनल पर मौजूद है। इससे साफ़ है कि यह वीडियो, नामीबिया से लाए गए चीते का वीडियो नहीं है बल्कि कहीं और का है।