उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य सोशल मीडिया के जरिए विपक्षी दलों पर कटाक्ष करते नजर आते हैं। उन्होंने हाल में ही दावा किया था कि लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी उत्तर प्रदेश की सभी सीटों पर जीत दर्ज करेगी। उनके इसी दावे पर समाजवादी पार्टी के नेता आईपी सिंह ने तंज कसा है। जिस पर आम सोशल मीडिया यूजर्स भी कमेंट करते नजर आ रहे हैं।
केशव प्रसाद मौर्य पर सपा नेता ने यूं कसा तंज
सपा नेता ने केशव प्रसाद मौर्य पर तंज कसते हुए लिखा कि, ‘केशव प्रसाद मौर्य 80/80 सीट जीतने का दावा कर रहे हैं, खुद अपनी लोकसभा सीट भी हार गए। मार्च 2022 में अपना विधानसभा चुनाव हार गए, दया दिहाड़ी पर कैबिनेट मंत्री, कागजी उपमुख्यमंत्री। बहुत जल्द आपको सिराथू विधायक डॉ पल्लवी पटेल जी एक आईना भेंट करेंगी। जिससे आप आत्ममंथन कर सको।’
सोशल मीडिया यूजर्स ने दिए ऐसे रिएक्शन
सपा नेता के ट्वीट पर आम लोगों ने भी प्रतिक्रियाएं दी हैं। कुछ लोगों ने सपा नेता की बातों का समर्थन किया है तो वहीं कुछ सोशल मीडिया यूजर्स ने निशाना साधते हुए कई सवाल पूछे हैं। दिनेश कुमार मौर्य नाम के ट्विटर यूजर कमेंट करते हैं – ऐसा ही एक समाजवादी पार्टी का 2014 से अब तक का रिकॉर्ड निकाल दीजिए। प्रमोद पांडे नाम के ट्विटर यूजर पूछते हैं – और अखिलेश जी को कौन भेंट करेगा आईना क्योंकि हारी तो डिंपल जी भी थीं। मयंक नाम के ट्विटर यूजर ने पूछा, ‘हारे तो अखिलेश यादव भी हैं, 2014, 2017, 2019, 2022 और अपनी आजमगढ़ की लोकसभा सीट। कितना आईना आपने भिजवाया है और कहां भिजवाया है।’
पवन कुमार नाम के टि्वटर यूजर लिखते हैं कि सिंह साहब, आप लोग भी आजमगढ़ और रामपुर चुनाव हार गए हैं। आत्म मंथन कीजिए और बीजेपी को जाने दीजिए। वो सत्ता में बने रहने के लिए अपना काम बेहतर ढंग से कर रहे हैं। करुणेश सिंह नाम के ट्विटर यूजर ने कमेंट किया – आईना पहले अखिलेश जी को भिजवा दीजिए, जो 400/403 की बात कर रहे थे। अरुण कुमार नाम के ट्विटर यूजर पूछते हैं कि आजमगढ़ भूल गए क्या यादव जी?
यूपी चुनाव में सिराथू विधानसभा सीट से हार गए थे केशव प्रसाद मौर्य
उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले के सिराथू विधानसभा सीट से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़े राज्य के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य हार गए थे। समाजवादी पार्टी की डॉ पल्लवी पटेल ने केशव प्रसाद मौर्य को 7 हजार 337 वोटों से पराजित किया था। इस हार को लेकर समाजवादी पार्टी के नेता अभी तक केशव प्रसाद मौर्य पर निशाना साधते नजर आते हैं।