यूपी विधानसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यूपी में लगातार दौरे कर रहे हैं। 10 दिन में ही अपने दूसरे दौरे पर वाराणसी पहुंचे पीएम मोदी ने अमूल प्लांट की आधारशिला रखी। इन्हीं विषयों को लेकर समाचार चैनल आज तक पर चर्चा हो रही थी। जिसमें सपा प्रवक्ता ने पीएम नरेंद्र मोदी को लेकर कहा कि भीष्म पितामह के बाद पीएम मोदी ही भीष्म हो गए हैं।

दरअसल एंकर चित्रा त्रिपाठी ने सपा नेता से पूछा कि भव्य दिव्य काशी विश्वनाथ कॉरिडोर बनकर तैयार हो गया है। इससे आप लोग खुश हो गए हैं? इस सवाल पर सपा नेता ने कहा – यह दुनिया की ऐसी नगरी है जहां पर लोग मरने के लिए आते हैं। इसके साथ उन्होंने दावा किया कि जब हमारी सरकार थी तो हमने काशी को संवारने के लिए कई काम किए थे।

एंकर ने पूछा कि अब तो बनकर सब कुछ तैयार हो गया है? सपा नेता ने कहा कि अभी तक पूरी तरह से काम खत्म नहीं किया गया है। अभी काशी घाट के बहुत सारे ऐसे काम है जो किए जाने हैं। अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने कहा कि भीष्म के बाद यही गंगा पुत्र हैं। सबसे पहले भीष्म पितामह को गंगापुत्र की उपाधि मिली थी, उसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को यह उपाधि मिली है।

भारत के लिए ‘सुराज’ भी उतना ही महत्वपूर्ण है जितना ‘स्वराज’: प्रधानमंत्री

अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने कहा कि पीएम कहते हैं मुझे गंगा मां ने बुलाया है लेकिन देखा जाए तो गंगा के बगल में केंद्र सरकार द्वारा 14 करोड़ का प्रोजेक्ट शुरू किया गया था। जो बाद में उन्होंने बंद कर दिया। चित्रा त्रिपाठी ने उनसे पूछा कि आप अपने पीछे देखिए कि किस तरह से गंगा की साफ सफाई की गई है। यहां पर घाटों की रंगाई पुताई से लेकर नवीनीकरण तक किया जा रहा है।

सपा नेता ने इसके जवाब में कहा कि केवल इंसान का चेहरा खूबसूरत हो और पैर विकलांग हो तो वह इंसान पूर्ण नहीं कहा जाएगा। आंख सुंदर हो और धंसा हुआ हो… चेहरा सुंदर हो और दांत गायब हो तो ऐसी सुंदरता का क्या मतलब है। इस पर एंकर ने कहा कि जिसकी जैसी भावना होती है उसे वैसा ही दिखाई देता है। यह तो नजरिया की बात है। इस पर सपा प्रवक्ता ने कहा कि यह शिव की नगरी हमेशा से रही है, ऐसा नहीं हुआ है कि जब नरेंद्र मोदी यहां से सांसद बने तब से इसे शिव नगरी का दर्जा मिला हो।