इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में बढ़ी फीस को लेकर छात्र कई दिनों से विश्वविद्यालय परिसर के बाहर धरना दे रहे हैं। सेंट्रल यूनिवर्सिटी की फीस में 4 गुना तक की बढ़ोतरी किए जाने का मामला बढ़ता जा रहा है। इस मुद्दे पर विपक्षी दलों ने भी सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। इस बीच समाजवादी पार्टी के मुखिया व नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने भी एक ट्वीट के जरिए सरकार पर हमला बोला है।

अखिलेश यादव ने किया ऐसा ट्वीट

सपा प्रमुख ने अपने टि्वटर हैंडल पर लिखा, ‘400% बढ़ी फीस से आक्रोशित होकर छात्र भाजपा से पूछ रहे हैं कि जिस बात की फीस पहले शून्य थी और अब 500 ली जा रही है तो ये बढ़ोतरी कितने प्रतिशत कहलाएगी? इस सरकार में सबकी फीस घटी है फिर छात्रों की पढ़ाई, हॉस्टल व अन्य फीस बढ़ाकर दंभी सरकार छात्रों से किस बात का बदला ले रही है?’ अखिलेश यादव के ट्वीट पर लोग भी कई तरह के रिएक्शन दे रहे हैं।

यूजर्स की प्रतिक्रियाएं

अहमद नाम के एक यूजर द्वारा लिखा गया कि गरीब नहीं पड़ेगा तो सरकार को नौकरी भी नहीं देनी पड़ेगी, सरकार का यह मास्टर स्ट्रोक है। भक्तों को ताली बजाने की जरूरत है। गुड्डू यादव नाम के यूजर कमेंट करते हैं – भारत के नागरिक एवं भारत के भविष्य के लिए थोड़ा तो सरकार को सोचना चाहिए। पुनीत शर्मा के यूजर द्वारा लिखा गया कि
अभी से भी भेजने की तैयारी कर रही है सरकार।

सुशील यादव नाम के ट्विटर यूजर लिखते हैं कि ऐसा लगता है कि यह सरकार शिक्षा को ही खत्म कर देना चाहती है। राजू नाम के एक यूजर ने लिखा, ‘सरकार चाहती है कि चाय और पकौड़े बेचने के लिए सब तैयार हो जाए इसलिए इस तरह की फीस बढ़ाई जा रही है।’ कमल नाम के यूजर ने कमेंट किया, ‘ फीस बढ़ने पर सरकार हंगामा करती है और जब चुनाव आता है तो उसी सरकार को जीता देती है।’

कुलपति ने दिया ऐसा बयान

इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में बढ़ी फीस को लेकर कुलपति प्रोफेसर संगीता श्रीवास्तव ने बयान जारी कर कहा है कि फीस में 400 गुना वृद्धि नहीं की गई है। उनकी ओर से दावा किया गया कि 30 से 40 विद्यार्थी झूठ के सहारे विश्वविद्यालय के अकादमिक वातावरण को खराब करना चाह रहे हैं। उन्होंने कहा कि पिछले कई दशकों में बढ़ी महंगाई से मुकाबला करने के लिए फीस बढ़ाई गई है।