उत्तर प्रदेश के मेरठ के मेडिकल थाने के बाहर लगा एक पोस्टर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा। इस पोस्टर में लिखा गया है कि यहां पर भाजपा कार्यकर्ताओं का आना मना है। सोशल मीडिया पर पोस्टर के आने के बाद आम सोशल मीडिया यूजर्स के साथ समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष व नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने भी तंग करता है। हालांकि पुलिस की ओर से कहा गया है कि यह पोस्टर एक पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा ही लगाया गया है।

अखिलेश यादव का तंज : सपा प्रमुख द्वारा सोशल मीडिया पर थाने में लगे पोस्टर को शेयर करते हुए कमेंट किया गया, ‘ ऐसा पहली बार हुआ है इन 5 – 6 सालों में, सत्ता पक्ष के लोगों का आना मना हुआ थानों में। यह है उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार का बुलंद इंकलाब।’ अखिलेश द्वारा की गई पोस्ट पर सोशल मीडिया यूजर्स कई तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।

यूजर्स के रिएक्शन : लोकेंद्र सिंह नाम के ट्विटर यूजर ने कमेंट किया कि अरे भैया, यह पोस्टर भाजपा वालों ने ही लगाया है। थोड़ा सोच समझ कर काम किया करिए। ममता नाम की एक यूजर सवाल करती हैं कि क्या समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता थाने में जा सकते हैं? शादाब नाम के ट्विटर यूजर कमेंट करते हैं – क्या आप इस तस्वीर को गलत तरीके से नहीं पेश कर रहे हैं। आपको सच्चाई का अंदाजा भी नहीं है या फिर इसके पीछे राजनीति करने का प्रयास कर रहे हैं।

शिवम राष्ट्रवादी नाम के एक टि्वटर हैंडल से लिखा गया, ‘ हारने के बाद आपका दिमाग पूरी तरह से काम नहीं कर रहा है, हर जगह राजनीति नहीं की जाती। पहले सच जान लिया करिए।’ श्याम नारायण नाम के एक यूजर लिखते हैं – इतने उतावले हो क्यों रहते हो? बिना सच्चाई जाने कुछ भी पोस्ट कर देते हैं, पहले मेरठ पुलिस का ट्विटर हैंडल तो चेक कर लेते अखिलेश यादव जी। जानकारी के लिए बता दें कि मेरठ पुलिस ने अखिलेश यादव के पोस्ट पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।

मेरठ पुलिस ने दिया यह बयान : इस मामले पर मेरठ सिटी के एसपी विनीत भटनागर की ओर से कहा गया कि किसी महिला का अपने देवर से प्रॉपर्टी को लेकर विवाद था। इसी मामले को लेकर कुछ लोग थाने पर दबाव बना रहे थे, जब थाने की ओर से उनका कहना नहीं माना गया तो वह उग्र हो गए और अपने साथियों के साथ धरना प्रदर्शन करने लगे। इसके साथ उनकी ओर से जानकारी दी गई कि इस दौरान उन्हीं लोगों ने थाने की दीवार पर यह पोस्टर लगाया है। इस मामले में शामिल सभी आरोपियों को गिरफ्तार करके कार्यवाही की जा रही है।