एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी 2 दिनों के दौरे पर राजस्थान पहुंचे हैं। जहां उन्होंने समाचार चैनलों से बात करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर हमला बोला। बेरोजगारी और महंगाई के मुद्दे पर कई तरह के सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि जब पीएम से वादे पर सवाल किया जाता है तो वह चीता से भी तेज भागते हैं। ओवैसी के बयान पर कुछ लोगों ने कमेंट भी किया है।
पीएम मोदी पर साधा निशाना
पीएम मोदी पर तीखा प्रहार करते हुए ओवैसी ने कहा कि अभी वह अफ्रीका से कुछ चीता लेकर आए हैं, इसको लेकर जब मुझ से मीडिया ने जयपुर में सवाल पूछा तो मैंने कहा कि जब देश के युवा प्रधानमंत्री से दो करोड़ रोजगार के वादे पर सवाल करेंगे तो वह चीता से भी तेज भाग जाते हैं। चीन के मुद्दे पर उन्होंने सरकार करते हुए कहा कि जब इस पर सवाल किया जाता है तब भी वह चीता की तरह भागते हैं। इसके साथ उन्होंने कहा कि वह बोलने में भी काफी तेज है लेकिन हम तो कहेंगे कि वह थोड़ा धीमा हो जाए।
लोगों की प्रतिक्रियाएं
असदुद्दीन ओवैसी के सोशल मीडिया हैंडल से इस वीडियो को शेयर किया गया तो लोग कई तरह की प्रतिक्रियाएं देने लगे। एक यूजर ने कमेंट किया कि यही बात तो उनके समर्थकों को सोचना चाहिए। उनके हिंदू हृदय सम्राट किस हिंदू राष्ट्र के लिए उन को मूर्ख बना रहे हैं। जियाउद्दीन नाम के ट्विटर हैंडल से लिखा गया, ‘क्या करें बेचारे, बेचने के अलावा कुछ आता ही नहीं है। क्या जवाब देंगे, जब उनके पास कोई जवाब ही नहीं है।
अफरोज खान नाम के ट्विटर हैंडल से लिखा गया कि एकदम सही बात है। अगर हमें विकास और रोजगार चाहिए तो एक काबिल आदमी को प्रधानमंत्री बनाना होगा और धर्म के नाम पर वोट देना बंद करना होगा। विशाल नाम के यूजर कमेंट करते हैं – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपना वादा निभाया है। उन्होंने अनुच्छेद 370 हटाया है और जम्मू-कश्मीर को भारत से मिलाया है। उन्होंने राम मंदिर भी बनवाया है। राजन नाम के यूज़र ने ओवैसी पर तंज कसते हुए लिखा कि अरे कुछ लखीमपुर खीरी वाले मामले में भी बोल दीजिए।
17 नवंबर को होगी चीतों की वापसी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 17 सितंबर को अपने जन्मदिन के अवसर पर मध्य प्रदेश के चंबल संभाग के श्योपुर जिले में स्थित कूनो पालपुर अभयारण्य में दक्षिण अफ्रीका से आ रहे 8 चीतों को बाड़े में छोड़ेंगे। जानकारी के मुताबिक 17 सितंबर की सुबह नामीबिया से विशेष विमान के जरिए जयपुर लाया जाएगा। जिसके बाद ही नहीं हेलीकॉप्टर के माध्यम से कूनो नेशनल पार्क में रखा जाएगा।