महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के एक रिश्तेदार के यहां प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने छापेमारी की और पूछताछ की। इसके बाद से ही महाराष्ट्र की राजनीति गर्म है। पिछले कई महीनों से महाराष्ट्र में एनसीबी, सीबीआई और ईडी काफी एक्टिव है। ऐसे में महाराष्ट्र के सत्ताधारी नेता बीजेपी पर एजेंसियों का दुरुपयोग करने और सरकार को अस्थिर करने का आरोप लगाती रही है।
आदित्य ठाकरे से पूछा गया सवाल: ABP न्यूज को दिए एक इंटरव्यू में जब उद्धव ठाकरे के पुत्र और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री आदित्य ठाकरे से पूछा गया कि महाराष्ट्र में सत्ताधारी केंद्र सरकार पर एजेंसियों का दुरूपयोग करने का आरोप लगाते हैं तो केंद्र के नेता महाराष्ट्र सरकार पर पुलिस के दुरूपयोग का आरोप लगाते हैं। अब तो आपके मामा की संपत्ति ईडी ने जब्त कर ली है तो क्या परिवार पर भी जांच की आंच आ रही है?
“ऐसी राजनीती शायद ही कभी महाराष्ट्र में हुई हो”: इस पर आदित्य ठाकरे ने कहा कि “अब यह पैटर्न बन चुका है कि जहां-जहां चुनाव होने वाले हैं वहां प्रचार की शुरुआत सेन्ट्ल एजेंसियां कर देती है। वहां जाकर जांच के नाम पर लोगों को बदनाम करती हैं। इसके बाद फिर कोई टीम आती है। ये सब फूटबॉल की तरह हाई एनर्जी खेम हो गया है। आगे देखेंगे कि कैसे हमें सामना करना है। लेकिन हमें यह सोचना जरूरी है कि जो बदनामी करने या किसी को टारगेट करने की राजनीति हो रही है, यह शायद ही पहले कभी महाराष्ट्र में हुई हो।”
“अब तो कीचड़ उछाला जा रहा है”: आदित्य ठाकरे ने कहा कि “जो भी देश का काम हो, समाज का काम हो तो सभी को साथ में आकर काम करना चाहिए। पोलिटिकल लड़ाई और झगड़े हमने बहुत देखे हैं। महाराष्ट्र में इतने बड़े नेता हुए है जो सिर्फ महाराष्ट्र के ही नहीं बल्कि देश की राजनीति में बदलाव ला चुके हैं लेकिन कभी एक दूसरे के परिवार और व्यक्तिगत आरोप कभी नही लगाये गये। अब तो कीचड़ उछाला जा रहा है।”
बता दें कि ईडी द्वारा उद्धव ठाकरे के रिश्तेदार पर कार्रवाई किए जाने के बाद 25 मार्च को उन्होंने विधानसभा में कहा कि “अगर बीजेपी (BJP) सत्ता चाहती है तो वह जेल जाने को तैयार हैं लेकिन उनके परिवार के सदस्यों को प्रताड़ित नहीं किया जाना चाहिए। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी में आपातकाल की घोषणा करने का साहस था लेकिन बीजेपी ने ‘‘अघोषित आपातकाल’’ लगाया है।”
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने इस सप्ताह धन शोधन के एक मामले में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के रिश्तेदार श्रीधर माधव पाटनकर की एक कम्पनी की 6.45 करोड़ रुपये की संपत्तियां कुर्क की थी।