चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) इन दिनों मीडिया की सुर्खियों में बने हुए हैं। हाल में ही उन्होंने ऐलान किया है कि वह बिहार में 3 हजार किलोमीटर की पदयात्रा की शुरुआत करेंगे। इस दौरान प्रशांत किशोर राज्य के कई इलाकों में जाकर हर वर्ग और जाति के लोगों से मुलाकात करेंगे। इन्हीं तमाम विषयों पर एक टीवी चैनल से बातचीत कर रहे प्रशांत किशोर से सवाल किया गया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) से आपका मन खट्टा क्यों हो गया?

समाचार चैनल ‘एबीपी न्यूज़’ के कार्यक्रम ‘प्रेस कॉन्फ्रेंस’ में पहुंचे प्रशांत किशोर से एंकर ने सवाल किया, ‘ आपको जो चुनावी रणनीतिकार की पहचान मिली वह मोदी के साथ विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव में मिली। ऐसा क्या हुआ जो आप नरेंद्र मोदी से आपका मन खट्टा हो गया?’ इसके जवाब में उन्होंने कहा कि मोहभंग जैसी कोई बात नहीं होती।

अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि मैंने उनके साथ काफी समय तक काम किया। किसी विषय पर हम दोनों के बीच ऐसा हुआ कि हम एक साथ काम नहीं कर सकते हैं। जिसके बाद मैंने अपना रास्ता चुन लिया और वह अपने रास्ते पर निकल गए। वह बात 10 साल पुरानी हो गई। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी बिना प्रशांत किशोर के भी सफलता प्राप्त कर रही है।

प्रशांत किशोर ने कहा कि मैंने भी अपने लिए कहीं ना कहीं छोटी जगह बनाई हुई है। हमेशा दोनों का एक साथ रहना जरूरी तो नहीं है। प्रशांत किशोर ने कहा कि मैंने जितने दिन भी उनके साथ काम किया, वह पूरी ईमानदारी के साथ किया था। जब तक मैं बीजेपी के साथ काम कर रहा था, तब तक उन्होंने मेरे साथ कोई गलती नहीं करी थी। 2 संस्थाएं और दो व्यक्ति अपना अलग-अलग काम कर सकते हैं।

जानकारी के लिए बता दें कि हाल में ही एक दूसरे इंटरव्यू के दौरान प्रशांत किशोर से पीएम के वारिस को लेकर भी सवाल किया गया था। जिस पर उन्होंने कहा था कि बीजेपी में यह सब तय होता है। गौरतलब है कि प्रशांत किशोर को लेकर इस बात की चर्चा जोरों पर थी कि वह कांग्रेस के साथ जा सकते हैं लेकिन इन अटकलों को विराम देते हुए प्रशांत किशोर ने ट्वीट के जरिए साफ किया कि वह कांग्रेस के साथ नहीं जा रहे हैं।