उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के अखाड़े में इस बार योगी आदित्यनाथ सरकार में मंत्री व लखनऊ की सरोजिनी नगर सीट से विधायक स्वाति सिंह को बाहर कर दिया गया है। उनकी जगह पर बीजेपी ने राजेश्वर सिंह को उम्मीदवार बनाया है। इन्हीं तमाम विषयों पर बात करते हुए एक न्यूज़ चैनल के रिपोर्टर ने स्वाति सिंह से सवाल किया कि टिकट के लिए दयाशंकर सीट से क्यों इतनी लड़ाई हो गई। इसका उन्होंने जवाब दिया।

एबीपी न्यूज़ के कार्यक्रम ‘कार में सरकार’ पर हो रहे इस इंटरव्यू के दौरान रिपोर्टर ने स्वाति सिंह से पूछा – स्वाति सिंह और दयाशंकर सिंह पति पत्नी हैं। कुछ विवाद के बाद स्वाति सिंह को टिकट मिलता है और वह मंत्री बन जाती हैं। उसके बाद टिकट के लिए घर में इतना झगड़ा क्यों होने लगा। ये पारिवारिक या राजनीतिक लड़ाई है? क्या इसके पीछे कुछ और कारण है?

इन तमाम सवालों के जवाब में स्वाति सिंह ने कहा, ‘ झगड़ा किसे बोलते हैं, अगर एक ही आदमी कुछ बोलता रहे तो उसे झगड़ा कहते हैं या फिर दोनों तरफ से कुछ कहा जाता रहे तो उसे झगड़ा कहते हैं। जब दो व्यक्ति किसी विषय पर झगड़ा करते हैं तो उसे लड़ाई कहा जाता है। इतने दिनों से जो भी टीवी चैनलों में चलता रहा वह केवल एकतरफा था।’

आप डरती हैं इसलिए नहीं बोलती? : जब स्वाति सिंह से यह सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति यह जानता है कि स्वाति सिंह डरने वालों में से नहीं हैं। मुझे किस जगह पर और क्या जवाब देना है यह अच्छी तरीके से पता है। रिपोर्टर ने उनसे पूछा कि समाजवादी पार्टी की ओर से आपको ऑफर नहीं दिया गया? स्वाति सिंह ने इस पर कहा कि इस तरह की कोई चर्चा नहीं हुई है।

स्वाति सिंह के इंटरव्यू पर लोगों की प्रतिक्रिया : खुशबू कुमारी नाम की एक यूजर लिखती हैं कि एक तरफ बीजेपी महिलाओं को सशक्त बनाने को बोलती है और दूसरी तरफ एक महिला मंत्री का ही टिकट काट दिया। किशनलाल नाम के एक यूजर ने लिखा कि जब इनके पति दयाशंकर सिंह ने बसपा सुप्रीमो मायावती को लेकर अभद्र टिप्पणी की थी तो उनकी तरफदारी कर रही थी। आज इन्हें मर्यादा याद आ रही है। जानकारी के लिए बता दें कि स्वाति सिंह ने दयाशंकर सिंह को लेकर पूछे गए एक सवाल पर कहा कि वह सारी मर्यादाओं को लांघ गए हैं।