पंजाब में प्रचंड जीत के बाद आम आदमी पार्टी ने पंजाब से राज्य सभा के लिए पूर्व क्रिकेटर हरभजन सिंह, आप विधायक राघव चड्ढा, आईआईटी दिल्ली से जुड़े संदीप पाठक, लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी के चांसलर अशोक मित्तल व पंजाब से पांचवी राज्यसभा उम्मीदवार संजीव अरोड़ा है। आम आदमी पार्टी के राज्यसभा प्रत्याशियों को लेकर सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई है।

कांग्रेस नेत्री अलका लांबा ने आम आदमी पार्टी पर तंज कसते हुए लिखा कि अब तो दहेज में राज्यसभा भी मिलने लगी है। इसके साथ उन्होंने यह भी लिखा कि दिल्ली के एक विधायक को पंजाब से राज्यसभा भेज कुछ यूं आप ने पंजाब के सर पर बैठाया दिल्ली का पहरा, आगे आगे देखिए होता है क्या? कांग्रेस नेता अशोक बसोया ने कमेंट किया – अंबेडकर की फोटो लगाने वाली पार्टी ने एक दलित को राज्यसभा लायक नहीं समझा, अब दलित भाई बहन भी समझे इस फर्जीवाल को।

श्याम मीरा सिंह नाम के टि्वटर हैंडल से कमेंट आया, ‘आम आदमी पार्टी द्वारा अब तक राज्यसभा के लिए भेजे कुल 8 सदस्यों में से ना कोई एक दलित है, ना कोई पिछड़े समाज से आता है। ना कोई वंचित है, ना कोई गरीब है। ना कोई महिला है। ना कोई आदिवासी है। भेजे गए सभी सदस्य उंची जातियों के पुरुष हैं उनमें भी अधिकतर उद्योगपति। नीता डिसूजा लिखती हैं कि पंजाब में AAP की राज्यसभा सीटों की नीलामी चल रही है। पंजाब और पंजाबियों से ज्यादा तो यहां दिल्ली की आवाज नजर आ रही है।

अभिषेक दत्त नाम के यूजर ने कमेंट किया, ‘आम आदमी पार्टी द्वारा एक भी महिला को राज्यसभा न भेजना और आज तक एक भी महिला को दिल्ली सरकार में प्रतिनिधित्व न देना अरविंद केजरीवाल जी का मातृशक्ति के प्रति दोगला चरित्र बताता है।’ अक्षय प्रताप सिंह नाम के एक यूजर ने लिखा कि पहले दहेज में गाड़ी, बंगला, सोना चांदी मिलते थे लेकिन अब राज्यसभा सीट मिलती है।

सचिन चहल नाम के एक यूजर कमेंट करते हैं कि आम आदमी पार्टी की सरकार में राज्यसभा जाने वाले सभी मुख्यता पूंजीपति और सेलिब्रिटी ही क्यों हैं? इसमें आम आदमी तो नदारद हो गया है। आम आदमी पार्टी के विधायक नरेश बालियान ने कांग्रेस द्वारा उठाए जा रहे सवाल पर पलटवार कर कहा है कि अब ये कांग्रेसी दूसरों को ज्ञान देंगे। जबकि आम आदमी पार्टी ने सभी पंजाबी और पंजाब से जुड़े लोगों को ही राज्यसभा उम्मीदवार बनाया है।