दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ शुक्रवार को एक प्रदर्शन में शामिल होने के बाद से सोशल मीडिया पर वायरल हुए राम गुप्ता नाम के शख्स के बारे में हर कोई जानना चाहता है कि आखिर वह कौन हैं? क्योंकि वायरल वीडियो में उन्होंने खुद को आम आदमी पार्टी का कट्टर समर्थक जरूर बताया, लेकिन उससे पहले पुलिसवाले के डर की वजह से उन्हें पलटी मारते हुए भी देखा गया। उस वीडियो के चलते राम गुप्ता सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गए हैं।

राम गुप्ता का पार्टी में है बड़ा औहदा!

राम गुप्ता के बारे में इंडियन एक्सप्रेस को पता चला है कि वह आम आदमी पार्टी किसान संगठन में उपाध्यक्ष हैं। 46 साल के राम गुप्ता ने इंडियन एक्सप्रेस के साथ बातचीत में बताया कि उन्हें सोशल मीडिया पर फेमस पर वायरल मीम्स ने वायरल कर दिया है। राम गुप्ता शुक्रवार की सुबह अपने ग्रेटर नोएडा स्थित घर से निकले तो उन्हें नहीं पता था कि वह 24 घंटे से भी कम समय में इस तरह वायरल हो जाएंगे। सोशल मीडिया पर अब लोग उनका मजाक भी उड़ा रहे हैं और कुछ लोग उनपर मीम्स भी वायरल कर रहे हैं।

क्या था वायरल वीडियो में?

बता दें कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में राम गुप्ता को एक मीडियाकर्मी से बात करते हुए देखा जा सकता है। वीडियो में राम गुप्ता एक पुलिसवाले के डर से खुद को पार्टी का सदस्य होने से इनकार कर देते हैं, लेकिन जैसे ही वह पुलिसवाला वहां से जाता है तो वह ‘केजरीवाल जिंदाबाद’ का नारा लगाते हैं। राम गुप्ता केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ जिस प्रदर्शन का हिस्सा थे वह आईटीओ पर हुआ था। गिरफ्तारी के डर से उन्होंने मीडियाकर्मी से बातचीत के दौरान खुद को आप का सदस्य होने से इनकार कर दिया।

हिरासत से क्यों बच रहे थे राम गुप्ता?

राम गुप्ता ने आगे कहा कि जब भी वह आप के विरोध प्रदर्शन में शामिल होते हैं तो उन्हें हिरासत में ले लिया जाता है। राम गुप्ता पिछले एक दशक में AAP के कई विरोध प्रदर्शनों का हिस्सा रहे हैं। कई बार उन्हें हिरासत में लेकर शहर से दूर छोड़ दिया गया है, जहां से उन्हें वापस आने में लंबा रास्ता तय करना पड़ा। उन्होंने बताया कि बवाना से घर आने में बहुत परेशानी हुई थी। उन्होंने कहा कि अगर सरकार शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन और लोकतंत्र को कुचलने के लिए यह खेल खेल सकती है, तो हमारे पास कोई गेम प्लान क्यों नहीं होना चाहिए?

बता दें कि राम गुप्ता ने खुद को एक जर्नलिस्ट बताया है। उन्होंने यह भी बताया कि वह अन्ना हजारे के साथ उस आंदोलन का भी हिस्सा थे।