वाराणसी के बीएचयू अस्पताल में इलाज के लिए आने वाले मरीजों को स्ट्रेचर तक नसीब नहीं हो रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बीएचयू में इमरजेंसी में दिखाने वाले मरीजों को भी स्ट्रेचर नहीं मिल रहा है। इसको लेकर आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया।

संजय सिंह ने पीएम पर साधा निशाना

संजय सिंह ने अपनी सोशल मीडिया हैंडल से न्यूज़पेपर की एक कटिंग शेयर कर लिखा कि, ‘आज काशी में हूं। वही काशी जिसको मोदी जी ने क्यूटो बनाने का वादा किया था। ये काशी के सबसे बड़े अस्पताल बीएचयू की हकीकत है। मोदी जी ‘क्यूटो में लूटो’ कब बंद होगा?’ संजय सिंह द्वारा किए गए ट्वीट पर कुछ लोगों की बातों का समर्थन कर रहे हैं तो वहीं कुछ लोगों ने तंज कसते हुए कमेंट किए हैं।

लोगों की प्रतिक्रियाएं

@Mithileshdhar नाम के ट्विटर हैंडल से इस खबर को शेयर कर लिखा गया कि बीएचयू उत्तर प्रदेश के बनारस में है। शाश्वत नाम के ट्विटर यूजर ने कमेंट किया – ये समस्या कोविड के पहले से है। साल भर तक लिफ्ट खराब रही, स्ट्रेचर और व्हील चेयर पर मरीज ईलाज कराते हैं। 2 करोड़ की जनसंख्या पर पूर्वांचल में इतना बड़ा कोई दूसरा अस्पताल नहीं है, लेकिन किसे फर्क पड़ता है। शेखर झा नाम के ट्विटर हैंडल से कमेंट आया – हर किसी को नहीं पड़ रहा लेकिन चुनाव के दौरान बस 50% लोग ही सजग हो जाए तो पूरा सिस्टम सुधर सकता है और पता चलेगा कि फर्क किसको पड़ता है।

विशाल कुमार नाम के ट्विटर यूजर कमेंट करते हैं, ‘यहां पर जिसकी पकड़ डॉक्टरों से अच्छी होती है, उन्हीं का इलाज भी काफी अच्छा होता है। कुछ डॉक्टर और स्टाफ इतने लापरवाह होते हैं कि मरीज के परिजनों द्वारा पूछे गए सवालों का सही जवाब भी नहीं देते हैं। दीपक नाम के एक यूजर ने संजय सिंह पर कटाक्ष कर लिखा – एक बार सफदरजंग की भी इमरजेंसी देख लीजिए। रविंद्र नाम के एक यूजर द्वारा कमेंट किया गया कि दूसरों के घरों में झांकना बंद कर दीजिए, अपना अपना घर तो संभाल नहीं पा रहे हैं।

पीएम मोदी ने किया था ऐसा वादा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 में वाराणसी के लोगों से वादा किया था कि वाराणसी शहर को जापान के क्योटो तीर्थस्थल जैसा बनाएंगे। ऐसे में वाराणसी में बाढ़ आती है या फिर कोई समस्या होती है तो सोशल मीडिया यूजर्स उनके इस बयान के जरिए निशाना साधने लगते हैं। विपक्ष के नेताओं का आरोप है कि वाराणसी का सांसद रहते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोई भी काम नहीं किया है।