उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में सपा की हार और खुद की सीट ना बचा पाने को लेकर स्वामी प्रसाद मौर्य सुर्खियों में हैं। हाल ही दिए गये बयानों को लेकर स्वामी प्रसाद मौर्य खूब चर्चाओं में हैं। पिछले दिनों उन्होंने कहा था कि अगर मैं चुनाव जीत जाता तो नेवला कहलाता लेकिन अब चुनाव हार गया हूं तो कहूंगा कि सांप और नाग ने मिलकर मुझे चुनाव नहीं जीतने दिया।

महान दल के अध्यक्ष केशव देव मौर्य को लेकर जब स्वामी प्रसाद से सवाल पूछा गया कि केशव देव मौर्य ने कहा है कि “आप जब से सपा में गये हैं तब सपा के लोग अतिआत्मविश्वास में आ गये, इस पर आपका क्या कहना है? इस पर स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि केशव देव मौर्य महान दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं तो वो भी महान हैं और जो महान है वो कुछ भी बोल सकता है।”

स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि हार, हार होती और जीत, जीत होती है। जीतने वाले की हर कमी माफ कर दी जाती है और हारने वाली की हर अच्छाई बुराई में बदल जाती है। हमने ऐसे लोगों को जीतते हुए देखा है जो अपने क्षेत्र में खदेड़े जा रहे थे। ऐसे लोगों को खुद उम्मीद नहीं थी कि वह चुनाव जीत पायेंगे लेकिन उनके जैसे लोग तमाम लोग चुनाव जीत गए। बैलेट पेपर के वोटिंग में सपा 304 सीटों पर जीत दर्ज की है।”  

सपा नेता ने कहा है कि “कहीं ना कहीं बड़ा खेल हुआ है और यही कारण है कि जीतने वाले लोगों के चेहरे पर खुशी नहीं है। सपा के हार हुए नेता भी शेर की तरह दहाड़ रहे हैं क्योंकि उन्हें पता है कि जनता ने उन्हें जिताया है और EVM मशीन ने उन्हें हराया है। अब सभी को चिंतन मनन करना है क्योंकि लोकतंत्र विश्वास पर टिकता है। अगर चुनाव आयोग जैसी संस्था पर सवाल खड़े होते हैं तो ये लोकतंत्र के लिए बड़ा खतरा है।”

बता दें कि स्वामी प्रसाद मौर्य चुनाव से पहले सपा में शामिल हो गये थे। इसके बाद वह फाजिलनगर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे थे और भाजपा को सत्ता से उखाड़ फेंक देने की बात कर रहे थे लेकिन हालत ये हो गई कि भाजपा फिर सत्ता में आ गई और स्वामी प्रसाद मौर्य अपनी सीट बचा पाने में असफल रहे