समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) की दूसरी पत्नी साधना यादव (Sadhna Yadav) का 9 जुलाई यानी शनिवार को निधन हो गया। साधना के निधन पर मुलायम सिंह यादव के समधी हरिओम यादव ने कहा कि उनके निधन से हम लोग दुखी हैं। इसके साथ ही उन्होंने समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) और साधना यादव के संबंध पर भी चर्चा की।
उन्होंने एक समाचार चैनल से बातचीत करते हुए कहा कि मुलायम सिंह यादव ही हमें राजनीति में ले आए थे। हमारी भतीजी मृदुला यादव की शादी मुलायम के भतीजे रणवीर सिंह के साथ हुई थी, उस वक्त से ही मुलायम के साथ हमारा रिश्ता बना हुआ है। हरिओम ने मुलायम सिंह यादव और साधना गुप्ता की शादी के विषय पर कहा कि साधना के साथ शादी करने के बाद परिवार में कुछ अनबन जरूर हुई थी लेकिन कुछ लोगों ने मुलायम का साथ भी दिया था।
उन्होंने आगे बताया कि जब नेताजी की पहली पत्नी का निधन हो गया था तो उन्होंने साधना से शादी कर ली थी, उसके बाद से ही वह सब से मिलने लगी थीं। रिश्तेदार के रूप में हम उनको बहुत मानते थे। इस दौरान अखिलेश यादव और साधना गुप्ता के संबंध के विषय पर पूछा गया कि इन दोनों के संबंध अच्छे नहीं बच पाए जाते लेकिन साधना ने डिंपल यादव (Dimple Yadav) के लिए चुनाव प्रचार किया था?
इसके जवाब में उन्होंने कहा कि, ‘डिंपल के पक्ष में चुनाव प्रचार करने के लिए साधना फिरोजाबाद आई थीं। उन्होंने गली मोहल्लों में जाकर डिंपल यादव के लिए वोट मांगा था, अगर परिवार में एकता ना होती तो आज अखिलेश यादव और मुलायम सिंह यादव दोनों एयरपोर्ट पर एक साथ न पहुंचे होते।’ मुलायम सिंह यादव का जिक्र करते हुए हरिओम यादव ने कहा कि साधना के निधन से उनको बहुत बड़ा धक्का लगा है।
उन्होंने आगे कहा कि इस उम्र में पति को पत्नी की बहुत ज्यादा जरूरत होती है, बहुत सारी बातें करने के लिए पत्नी ही एक सहारा होती है। नेताजी को जितना दुख है, उसकी कल्पना नहीं की जा सकती। गौरतलब है कि साधना का पार्थिव शरीर दिल्ली के गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल से लखनऊ एयरपोर्ट पर लाया गया था। जहां अखिलेश यादव और मुलायम यादव पहुंचे थे।