सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर और गृह मंत्री अमित शाह की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर खूब चर्चा का विषय बनी रही। इस तस्वीर को लेकर कयास लगाए जाने लगे कि ओपी राजभर बीजेपी के साथ जा सकते हैं। इस खबर का खंडन करते हुए ओपी राजभर ने कहा कि वह समाजवादी पार्टी के साथ हैं। जब उनसे योगी आदित्यनाथ के शपथ ग्रहण समारोह में जाने का सवाल किया गया तो उन्होंने उसका भी जवाब दिया।
दरअसल, ओपी राजभर एक न्यूज़ चैनल से बात कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने बीजेपी के साथ जाने के सवाल पर कहा कि यह केवल अफवाह है। हमारे गठबंधन साथियों और कार्यकर्ताओं ने अभी तक एक बार भी इस तरह का सवाल नहीं पूछा क्योंकि उनको मेरे ऊपर विश्वास है। इसके साथ ओपी राजभर ने यह भी कहा कि मैंने अपने कार्यकर्ताओं से कहा है कि किसी बात पर तब तक विश्वास मत करना जब तक वह तर्क की कसौटी पर खरा न उतरे।
ओपी राजभर ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि 25 मार्च के शपथ ग्रहण समारोह के बाद सभी का भ्रम टूट जाएगा। योगी आदित्यनाथ के शपथ ग्रहण समारोह में जाने के सवाल पर ओपी राजभर ने एक कहावत के जरिए जवाब दिया। उन्होंने कहा, ‘ हम वहां क्यों जाएंगे? जहां पर बुलाया ही नहीं जाए, वहां पर क्यों जाया जाए।’
रिपोर्टर ने ओपी राजभर से पूछा कि अगर बीजेपी आपके जातिगत जनगणना वाले विषय को मान लेती है तो आप उनके साथ जाएंगे? इस पर ओपी राजभर ने कहा कि हम जहां हैं, वहां ही रहेंगें। हम जिन मुद्दों को लेकर लड़ते आए हैं, उन्हीं को लेकर आगे बढ़ेंगे। ओपी राजभर ने राम मंदिर के मुद्दे का जिक्र कर कहा कि किसी को नहीं पता था कि यह मुद्दा सुलझ जाएगा लेकिन इस पर भी सुप्रीम कोर्ट ने फैसला दे दिया।
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने कहा – हमें भरोसा है कि सामाजिक न्याय समिति की रिपोर्ट किसी भी सरकार में लागू की जाएगी। उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि सामाजिक न्याय समिति की रिपोर्ट पर बीजेपी ने 5 साल ध्यान क्यों नहीं दिया।