राजस्थान के उदयपुर में मंगलवार को यानी 29 जून को दो लोगों ने एक दर्जी कन्हैया लाल की दुकान में घुसकर उसकी हत्या कर दी। इस घटना के बाद सियासी पारा बढ़ गया। इसी विषय पर AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) से सवाल किया कि उदयपुर जैसी घटना भारत में कब हुई थी? जिसके जवाब में वह गोधरा कांड और नाथूराम गोडसे का जिक्र करने लगे।

दरअसल, ओवैसी आज तक न्यूज़ चैनल से बातचीत कर रहे थे। इस दौरान एंकर अंजना ओम कश्यप (Anchor Anjana Om Kashyap) ने ओवैसी से सवाल किया, ‘ उदयपुर जैसी घटना भारत में कब हुई थी? सर तन से जुदा वाली बात कहां से आ रही है?’ एंकर के इस सवाल पर ओवैसी ने कहा कि देश के सबसे बड़े नेता महात्मा गांधी पर नाथूराम गोडसे ने गोली चला दी थी। दिल्ली की सड़कों पर सिखों को मारा गया था।

उन्होंने आगे कहा कि बीजेपी के एक नेता के बयान के बाद ईदगाह के बाद भीड़ पर गोली चला दी गई थी। गोधरा कांड 2002 में हुआ था। उन्होंने कहा कि मैडम इस तरह के तमाशे हमने और आपने देखे हैं। ओवैसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की बात करते हुए कहा कि उन्हें देश के युवाओं से अपील करनी चाहिए कि इस तरह देश की सद्भावना के साथ खिलवाड़ ना किया जाए।

इस दौरान ओवैसी से एंकर ने बीजेपी की पूर्व राष्ट्रीय प्रवक्ता नूपुर शर्मा (Nupur Sharma) को लेकर कोर्ट द्वारा की गई टिप्पणी पर सवाल पूछा। जिस पर ओवैसी ने कहा, ‘ कन्हैया लाल ने पुलिस को जानकारी दी थी कि उन्हें जान का खतरा है लेकिन उन्हें सुरक्षा नहीं मुहैया कराई गई थी।’ उन्होंने यह भी कहा कि क्या यह बात कही जा रही, नूपुर शर्मा उच्च जाति से आती है इसलिए उन्हें गिरफ्तार नहीं किया जा रहा है।

यूजर्स के रिएक्शन : रवि जायसवाल नाम के एक यूजर कमेंट करते हैं कि सच बोलना तो इस देश में गुनाह हो गया है। सौरभ शुक्ला नाम के एक यूजर ने लिखा – बीजेपी से निलंबित की गई नूपुर शर्मा को लेकर की गई टिप्पणी के बाद जिहादीयों के हौसले और बुलंद होंगे। नवलेश सिंह नाम के एक यूज़र ने ओवैसी से सवाल किया – जब इस तरह का बयान आपके भाई ने दिया था तो आप उस समय चुप्पी साधे हुए थे।