केंद्रीय मंत्री और अकाली दल की नेता हरसिमरत कौर बादल कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर बुरी तरह भड़की हैं। वजह- सिख दंगों पर राहुल का एक बयान है। कांग्रेस अध्यक्ष ने हाल ही में विदेश में कहा था कि 1984 के दंगों में कांग्रेस का कोई हाथ नहीं था, जबकि वह पूर्व में अपने इंटरव्यू में कांग्रेसियों के दंगे में शामिल होने की बात बोल चुके थे। केंद्रीय मंत्री ने इसी पर राहुल को आड़े हाथों ले लिया। सोशल मीडिया पर उन्होंने राहुल के इंटरव्यू की क्लिपिंग का वीडियो पोस्ट कर पूछा कि आपकी याददाश्त कमजोर हो गई है क्या?
केंद्रीय मंत्री ने शनिवार (25 अगस्त) को इस बाबत ट्वीट किया। लिखा, ” 34 सालों में लगता है, आपके दिमाग पर भी असर पड़ा है। यह वीडियो आपकी कमजोर हो चुकी याददाश्त को जाहिर करता है या फिर 2014-2018 का यह आपका यू-टर्न है।”
वीडियो में राहुल के दो इंटरव्यू के हिस्से शामिल थे। पहला 2014 के दौरान का था। वह इसमें अर्नब गोस्वामी के साथ इंटरव्यू में थे। पूछा गया कि क्या सिख दंगों में कांग्रेसी शामिल थे? क्या आप माफी मांगेंगे? राहुल बोले थे- कुछ कांग्रेसी हो सकता है, उसमें शामिल हों।
वहीं, क्लिप के दूसरा हिस्सा इसी साल का था। कांग्रेस अध्यक्ष इसमें साफ कहते दिखे कि 1984 के दंगों में कांग्रेसियों का हाथ नहीं था। उन्होंने कहा, “दुनिया में किसी प्रकार की हिंसा की मैं निंदा करता हूं। हिंसा के आरोपियों को हर हाल में सजा मिलनी चाहिए।”
34 years of covering up seems to have fogged up your brain too. Is this video a reminder of your deteriorating memory or your U-turns from 2014-2018?@RahulGandhi pic.twitter.com/FhD9b3oYiU
— Harsimrat Kaur Badal (@HarsimratBadal_) August 25, 2018
बता दें कि अमेरिका के कैलिफोर्निया में हाल में एक गुरुद्वारे में कुछ लोगों ने अकाली दल के नेता और दिल्ली गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सदस्य मंजीत सिंह पर हमला किया। चेहरे पर स्याही भी उड़ेली। बादल इसी पर बोलीं, “सिख फॉर जस्टिस मुहिम के अध्यक्ष आईएसआई के इशारों पर काम करते हैं। वह अपने साथियों संग हमला करते पाए गए। जगदीश टाइटलर और जसबीर सिंह लोबाना से जुड़े लोगों ने उनका साथ दिया।”
केंद्रीय मंत्री के मुताबिक, “राहुल लंदन में बोले- 84 में कांग्रेस का हाथ न था। कुछ घंटे बाद हमारी पार्टी के मंजीत पर हमला हुआ। राहुल और मंजीत के हमलावरों में संबंध नजर आ जाएंगे।” मंजीत पर हमले के मामले में तीन गिरफ्तारियां हुईं, लेकिन घटना के पीछे का कारण सामने नहीं आया है।