अमेरिकी टेक कंपनी माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) ने इस हफ्ते कंपैटिबल डिवाइसेज़ के लिए विंडोज 11 (Winodws 11) अपडेट को देना शुरू कर दिया है। जून में कंपनी की ओर से इसका ऐलान किया गया था। यह ऑपरेटिंग सिस्टम तीन महीने के लिए पब्लिक टेस्टिंग में था। ज्यादातर बग पब्लिक रिलीज से पहले हल हो गए थे, जबकि कुछ मुद्दों का पता नहीं चला। इसी बीच, कंप्यूटर प्रोसेसर बनाने वाली कंपनी एएमडी (AMD) ने खुलासा किया है कि विंडोज 11 उसके प्रोसेसर को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर रहा है, जिसकी वजह से उसका परफॉर्मेंस कम हो सकता है।

एएमडी के अनुसार, विंडोज 11 को इंस्टॉल करने के बाद इसके प्रोसेसर पर मापी गई और फंकश्नल एल3 कैशे विलंबता तीन गुना तक बढ़ सकती है। यह चीज ऐप को एक्सेस करने वाले समय पर असर डाल सकती है। वहीं, परफॉर्मेंस का मसला कुछ गेम्स में 15 फीसदी तक हो सकता है, पर आमतौर पर इसका प्रभाव तीन प्रतिशत और पांच फीसदी के बीच होता है।

कंपनी की ओर से एक और मुद्दे पर भी कहा गया है कि पसंदीदा कोर अपडेट के बाद प्रोसेसर के सबसे तेज कोर पर थ्रेड्स को प्राथमिकता से शेड्यूल नहीं कर सकते हैं। यह समस्या एक या कुछ सीपीयू थ्रेड्स के परफॉर्मेंस के प्रति संवेदनशील अनुप्रयोगों को बाधित करती है। कंपनी के अनुसार, 65 वॉट टीडीपी से ऊपर के>8-कोर प्रोसेसर में परफॉर्मेंस का असर अधिक पता लगाया जा सकता है। हालांकि, इन चीजों का हल आने वाले हफ्तों में उपलब्ध होने की संभावना है, क्योंकि कंपनी ने कहा है कि वह इस महीने ही एक सॉफ्टवेयर अपडेट जारी करेगी।

उपर्युक्त बग के अलावा कुछ यूजर्स ने नए ऑपरेटिंग सिस्टम को इंस्टॉल करने के बाद मेमोरी लीक के इश्यु के बारे में भी बताया। अमेरिका की सोशल वेब कंटेंट रेटिंग और डिसक्शन वेबसाइट “Reddit” में एक यूजर के मुताबिक, कंप्यूटर फाइल एक्सप्लोरर को बहुत अधिक रैम अलॉट कर रहा है और अलॉटमेंट तब तक बढ़ता रहता है, जब तक कि आप टास्क मैनेजर का इस्तेमाल करके प्रोग्राम को रीस्टार्ट नहीं करते या मशीन को पूरी तरह से बंद कर के चालू नहीं करते। वैसे, इस बग को माइक्रोसॉफ्ट फीडबैक हब पर रिपोर्ट किया गया है, लेकिन कंपनी ने अभी तक इस मुद्दे को स्वीकार नहीं किया है।