अगर आप भी लोन, क्रेडिट कार्ड, इंश्योरेंस समेत कई दूसरे अनचाहे कॉल और मैसेज से परेशान हैं तो जल्द ही आपकी इस समस्या का हल हो सकता है। Telecom Regulatory Authority of India (Trai) का कहना है कि वह अनरजिस्टर टेलिमार्केटर की तरफ से आने वाले अनचाहे कॉल और मैसेज को कंट्रोल करने के लिए आर्टिफिशल इंटेलिजेंस (AI), मशीन लर्निंग टेक्नोलॉजी और स्पैम डिटेक्ट सिस्टम को लागू करने जैसे जरूरी कदम उठा रही है। ट्राई ने जल्द ही CNAP सर्विस ला सकती है जिसमें कॉल करने वाले व्यक्ति का नाम डिस्प्ले होगा।

TRAI ने जारी किया कंसल्टेशन पेपर

TRAI ने टेलिकम्युनिकेशन नेटवर्क में Calling Name Presentation (CNAP) की जरूरत के बारे में विचार जानने के लिए कंसल्टेशन पेपर (परामर्श पत्र) भी रिलीज किया है। बता दें कि ट्राई ने कंसल्टेशन प्रक्रिया को बहुत सारे यूजर्स की शिकायत के बाद शुरू किया है। कई सारे फोन यूजर्स ने रोबोकॉल, स्पैम कॉल और फ्रॉड कॉल को लेकर चिंता जाहिर की है जो पैसों की ठगी के लिए किए जाते हैं।

इस प्रक्रिया के तहत टेलिकॉम रेगुलेटर ने कुछ मुद्दों पर राय मांगी है। इनमें मोबाइल फोन में CNAP सर्विस का अनिवार्य ऐक्टिवेशन, टोल-फ्री नंबर के जरिए होने वाली आउटगोइंग कॉल की परमिशन, बल्क यूजर्स और टोल-फ्री नंबर के लिए ‘सुझाए गए नाम’ आदि शामिल हैं। स्टेकहोल्डर इन सभी मुद्दों पर अपनी राय 27 दिसंबर तक भेज सकते हैं।

कॉल करने वाले व्यक्ति का नाम फोन पर दिखेगा

CNAP एक सप्लीमेंट्री सर्विस है जिसके जरिए यूजर को कॉल करने वाले यूजर के नाम से जुड़ी पूरी जानकारी मिल जाती है। इस अतिरिक्त सर्विस के जरिए सभी इनकमिंग कॉल के लिए कॉल सेट-अप के दौरान कॉल रिसीव करने वाले यूजर को, कॉल करने वाले यूजर की सारी जानकारी मिल जाती है। यानी अगर यह सर्विस आती है तो कॉल करने पर उस व्यक्ति का नाम फोन पर दिखेगा जिसके नाम से सिम कार्ड रजिस्टर्ड है।

फिलहाल, मौजूदा नियमों के तहत सिर्फ मोबाइल/लैंडलाइन नंबर को इनकिमिंग कॉल के दौरान Calling Line Identification (CLI) के तौर पर दिखाया जाता है। और अभी CNAP सर्विस देने के लिए लाइसेंस में कोई अनिवार्यता नहीं है।