दूरसंचार नियामक ट्राई ने टेलिकॉम कंपनी भारती एयरटेल, वोडाफोन, रिलायंस जियो, बीएसएनएल व एमटीएनएल से कहा है कि वे अपने-अपने फोन कॉल ट्रैफिक डीटेल का ब्यौरा जमा कराएं ताकि उनके नेटवर्क पर कॉल आवाजाही के तौर तरीकों की पड़ताल की जा सके। इस पड़ताल से नियामक को रिलायंस समूह की कंपनी रिलांयस जियो द्वारा इंटरकनेक्शन के मुद्दे पर मौजूदा दूरसंचार कंपनियों पर लगाए जा रहे आरोपों का विश्लेषण करने में मदद मिलेगी।

आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी देते हुए कहा, ‘ट्राई ने दूरसंचार कंपनियों से अपने नेटवर्क पर कॉल आने-जाने का ब्यौरा देने को कहा है। एयरटेल, वोडाफोन, जियो व निजी क्षेत्र की कंपनियों ने याद करवाए जाने के बावजूद ब्यौरा दाखिल नहीं करवाया है।’ ट्राई ने इन कंपनियों को आदेश जारी कर 16 सितंबर तक ब्यौरा देने को कहा है। उल्लेखनीय है कि ट्राई ने पांच अगस्त को आईयूसी नियमों को लेकर परामर्श पत्र जारी किया था। यह कदम सीओएआई द्वारा बीएसएनएल के खिलाफ एक शिकायत के बाद उठाया गया था। रिलायंस जियो ने हाल ही में एयरटेल, वोडाफोन व आइडिया सेल्यूलर जैसी मौजूदा कंपनियों के खिलाफ इंटरकनेक्शन उपलब्ध नहीं कराने को लेकर शिकायत की है।

रिलायंस जियो की शिकायत रही है कि एयरटेल, वोडाफोन व आइडिया आदि मौजूदा कंपनियां इंटरकनेक्शन के मामले में उसका सहयोग नहीं कर रहीं। कंपनी का कहना है कि पिछले कुछ दिनों में इस मामले में हालात अधिक खराब हुए हैं। बीते 10 दिन में ही उसके यहां से एयरटेल नेटवर्क पर की गईं 22 करोड़ से अधिक काल विफल रहीं। इसी तरह एयरटेल, वोडाफोन व आइडिया तीनों कंपनियों के नेटवर्क पर उसकी कुल मिलाकर 52 करोड़ काल पूरी नहीं हो सकीं। हालांकि इसके बाद आईडिया और एयरटेल टेलिकॉम ने रिलायंस जियो को और अधिक इंटरकनेक्शन प्वाइंट उपलब्ध कराने का फैसला किया है।

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