दुनियाभर में बड़े पैमाने पर इस्तेमाल किए जाने वाले एक सॉफ्टवेयर ‘टूल’ में बड़ी सेंध की वजह से दुनिया के कई छोटे-बड़े संगठनों के लिए खतरा पैदा हो गया है। साइबर सुरक्षा फर्म क्राउडस्ट्राइक में वरिष्ठ उपाध्यक्ष-आसूचना एडम मेयर्स ने कहा, ‘‘इंटरनेट पर तबाही मची हुई है। लोग इस सेंध को ठीक करने के लिए मशक्कत कर रहे हैं।’’

उन्होंने शुक्रवार को कहा कि यह ‘बग’ अस्तित्व में आने के 12 घंटों में ‘पूर्ण रूप से नुकसान पहुंचाने के लिए तैयार हो गया था।’’ इसका मतलब है कि साइबर अपराधियों ने इसके दुरुपयोग के लिए ‘उपकरण’ तैयार कर लिए हैं।

मेयर्स के अनुसार, यह पिछले कई वर्षों में कंप्यूटर प्रणाली के लिए सबसे बड़ी सेंध साबित हो सकती है। जब तक इसे ठीक नहीं किया जाता है, यह अपराधियों, जासूसों और नौसिखियों को समान रूप से आंतरिक नेटवर्क तक आसान पहुंच प्रदान करता है। इसके जरिये वे महत्वपूर्ण आंकड़े चोरी कर सकते हैं, मालवेयर डॉल सकते हैं और महत्वपूर्ण जानकारी को मिटा सकते हैं।

वहीं, साइबर सुरक्षा कंपनी टेनेबल के मुख्य कार्यपालक अधिकारी अमित योरान ने इसे पिछले एक दशक की सबसे बड़ी सेंध करार देते हुए कहा कि यह आधुनिक कंप्यूटिंग के इतिहास में सबसे बड़ी गड़बड़ी है।

बता दें कि ऑनलाइन दौर में तेजी से आगे बढ़ती टेक्नोलॉजी के बीच साइबर थ्रेट्स (एक किस्म की ऑनलाइन मिलने वाली धमकी या हमला) भी बढ़े हैं। ये कई प्रकार से दी जाती हैं। मसलन साइबर क्राइम, साइबर अटैक और साइबर टेररिज्म के जरिए। यही नहीं, मालवेयर, वायरस, ट्रोजन, स्पाईवेयर, रैन्समवेयर, ऐडवेयर और बोटनेट्स आदि।

साइबर अटैक्स से खुद को कैसे रखें सुरक्षित?: कोई व्यक्ति और काम धंधे वाले लोग अपने कारोबार को साइबर हमलों और धमकियों से बचाने के लिए ये साइबर सेफ्टी टिप्स अपना सकते हैं:

  • अपना सॉफ्टवेयर और ऑपरेटिंग सिस्टम अपडेट रखें।
  • एंटी-वायरस सॉफ्टर का इस्तेमाल करें।
  • हमेशा मजबूत पासवर्ड (कैरेक्टर्स का कॉम्बिनेशन) का यूज करें।
  • अज्ञात सेंडर्स के भेजे ई-मेल अटैचमेंट्स को न खोलें।
  • अनजान वेबसाइट्स और मेल पर लिंक भेजने वालों के यूआरएल पर भी क्लिक न करें।
  • सार्वजनिक जगहों पर असुरक्षित वाई-फाई नेटवर्क्स का इस्तेमाल करने से बचें।