Microsoft Windows System Down: शुक्रवार (19 जुलाई 2024) को भारतीय समयानुसार दोपहर 12.30 बजे के आसपास अचानक से माइक्रोसॉफ्ट Windows सिस्टम के बंद और रीस्टार्ट होने की खबरें आनी लगीं। यूजर्स को विंडोज सिस्टम में ये दिक्कत सिर्फ भारत ही नहीं, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, जर्मनी, सिंगापुर समेत दुनिया के तमाम देशों में हो रही थी। अचानक से एयरलाइन, बैंकिंग, टेलिकॉम, आईटी और कॉरपोरेट सेक्टर एक तरह से जैसे रुक गया। Microsoft 365 Apps की सर्विसेज भी यूजर्स इस्तेमला नहीं कर पा रहे थे। इस सबकी वजह थी CrowdStrike Update के चलते माइक्रोसॉफ्ट के सर्वर का डाउन होना। इस खामी के चलते यूजर्स Blue Dead Screen एरर का सामना कर रहे थे। लेकिन दुनिया में एक देश ऐसा भी था, जिसे माइक्रोसॉफ्ट का सर्वर ठप होने से कोई असर नहीं पड़ा। ना वहां एयरलाइन बाधित हुईं, ना मैनुअल चेक-इन, ना कहीं का आईटी सिस्टम रुका और ना रुपये-पैसे का कोई नुकसान हुआ। हम बात कर रहे हैं चीन की, जहां माइक्रोसॉफ्ट विंडोज सिस्टम आउटेज से किसी तरह का कोई असर नहीं पड़ा।
‘माइक्रोसॉफ्ट विंडोज सिस्टम आउटेज से चीन पर कोई असर नहीं’
South China Morning Post की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि माइक्रोसॉफ्ट ग्लोबल आउटेज के चलते चीन में कुछ विदेशी कारोबार और होटल चेन प्रभावित हुए, लेकिन चीन के इन्फ्रास्ट्रक्चर और इंस्टीट्यूशन की सर्विसेज पर इस घटना का कोई असर नहीं पड़ा। चीन के पड़ोसी देश जैसे भारत, नेपाल और पाकिस्तान में एयरपोर्ट व एयरलाइन ऑपरेशंस में समस्या आई और इनकी सर्विसेज बाधित हुई। चीन के बीजिंग और शंघाई एयरपोर्ट माइक्रोसॉफ्ट सर्वर डाउन रहने के दौरान सामान्य तौर पर काम कर रहे थे। बता दें कि यह वाकई बेहद चौंकाने वाली बात है क्योंकि एडवांस्ड टेक्नोलॉजी वाले ब्रिटेन और यूएस एयरपोर्ट इस ग्लोबल आउटेज के बाद काफी परेशानी में दिखे, जबकि चीन के एयरपोर्ट ऑपरेशंस पर इसका कोई असर नहीं पड़ा।
चीन पर क्यों पड़ा ग्लोबल आउटेज का बहुत कम असर?
माइक्रोसॉफ्ट के सर्वर में आई इस खामी का असर चीन पर इसलिए भी नहीं पड़ा क्योंकि वहां थर्ड-पार्टी पर निर्भरता बहुत कम है और फॉरेन सर्विस प्रोवाइडर्स भी चीन की साइबरसिक्यॉरिटी और ऑपरेशंस से चलते हैं। बता दें कि चीन हमेशा से अपने डिपार्टमेंट्स और हार्डवेयर में विदेशी सिस्टम को कम करने के लिए काम करता रहा है। और कोशिश रही है कि विदेशी चीजों पर निर्भरता कम रहे और यही एक सबसे बड़ी वजह है कि माइक्रोसॉफ्ट ग्लोबल आउटेज (Microsoft Global Outage) के चलते चीन में बहुत कम असर हुआ और यूनाइटेड स्टेट्स, यूरोप व दक्षिण एशियाई देशों की तरह सेवाएं बाधित नहीं हुईं।
Beijing International Airport की वेबसाइट के मुताबिक, सर्वर में आई खामी के दौरान भी सभी एयरलाइन्स का संचालन ठीक तरह से चल रहा था।
माइक्रोसॉफ्ट आउटेज से भारत, ब्रिटेन, यूएस में कामकाज हुआ प्रभावित
माइक्रोसॉफ्ट सिस्टम में आई खराबी के चलते ब्रिटेन के सबसे भरोसेमंद Bank Of England का भी काम प्रभावित हुआ। हालांकि, कुछ घंटों के बाद सर्वर वापस सही हुआ और समस्याएं हल हुईं। इस IT ब्लैकआउट की गंभीरता का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि दुनिया का सबसे सिक्यॉर माने जाने वाले बैंक का सिस्टम भी इससे ठप पड़ गया।
भारत में Air India, Indigo, SpiceJet, Akasa जैसी एयरलाइन के संचालन पर असर पड़ा। फ्लाइट घंटों की देरी से उड़ीं। चेक-इन और बोर्ड-इन में दिक्कत हुई और मैनुअली बोर्डिंग पास लोगों को दिए गए। हालांकि, भारत के सबसे बड़े बैंक SBI ने कहा कि माइक्रोसॉफ्ट सर्वर डाउन होने से उसकी सेवाओं पर कोई असर नहीं पड़ा। इसके साथ ही नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) ने भी अपने सिस्टम में कोई बाधा ना आने की जानकारी दी।